नवंबर में भी सामने आ रहे हैं मामले, बदलते मौसम में भी जारी है मच्छरों का आतंक allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: इस साल डेंगू का डंक लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। लाख कोशिशों के बावजूद रोज नए मरीज सामने आ रहे हैं। मौसम बदलने का असर भी मच्छरों पर नहीं हो रहा है। इससे लोग परेशान हैं। डॉक्टरों का कहना है कि लापरवाही बरतना महंगा पड़ सकता है। बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज शहर के तमाम हॉस्पिटल्स में चल रहा है। ब्लड बैंकों में अभी भी प्लेटलेट्स लेने वालों की लाइन लगी हुई है। नवंबर में आए सबसे ज्यादा मरीज इस साल डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज नवंबर में सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक पूरे महीने में 192 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 70 पाजिटिव आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दिसंबर में भी मरीजों की संख्या में बहुत ज्यादा कमी आने की संभावना कम है। पिछले साल की तरह इस बार भी डेंगू के मच्छर बदलते मौसम में आसानी से सर्वाइव कर रहे हैं। मंगलवार को भी जांच के लिए लैब में कुल दस सैंपल भेजे गए थे और इसमें से दो मामले पाजिटिव आए हैं। एक मामला लोकल इलाहाबाद का बताया जा रहा है। फैक्ट फाइल 451 जनवरी से नवंबर तक सामने आए डेंगू के कुल मरीज 106 इलाहाबाद के माइग्रेटेड केसेज 187 डेंगू के लोकल मामले 157 दूसरे शहरों के लेकिन इलाहाबाद में प्रूफ हुए मामले 1516 जनवरी से नवंबर तक जांच के लिए भेजे गए सैंपल डेंगू के लक्षण - सिर और आंखों के पीछे तेज दर्द - तेज बुखार और ठंड लगना - शरीर के तमाम जोड़ों में तेज दर्द - कमजोरी और चक्कर आना - शरीर में चकत्ते पड़ना बचाव - सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना। - शाम और सुबह पूरे बदन के कपड़े पहनना। - लगातार बुखार बने रहने पर डॉक्टर की सलाह लेना। - घर में कूलर या गमलों आदि में जलभराव नहीं होने देना। - मरीज को मच्छरदानी में रखना। पिछले साल की तरह इस बार भी डेंगू के मामले अभी तक सामने आ रहे हैं। हालांकि 451 मामलों में दूसरे शहरों के भी मामले हैं। लगातार एंटी लार्वा स्प्रे और फागिंग कराई जा रही है। संबंधित विभागों को पत्र भी भेजा गया है। लोगों को भी डेंगू से बचाव के प्रति जागरुक रहना होगा। डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी, इलाहाबाद मौसम के प्रति मच्छरों में अनुकूलन पैदा हो रहा है। इससे वे मौसम बदलने के बावजूद सक्रिय हैं। दिसंबर में भी डेंगू का खतरा बना रह सकता है। इसलिए लोगों को होशियार रहना होगा। पूरे बदन के कपड़े पहनने के साथ मच्छरो से बचाव के इंतजाम जरूर करें। डॉ। आनंद सिंह, फिजीशियन, बेली हॉस्पिटल