-विभाग की रिपोर्ट में खुलासा, सोनारी-कदमा सबसे अधिक संवेदनशील

-वर्ष 2013 में मच्छरों का आंतक कदमा व सोनारी में सबसे ज्यादा देखने को मिला था

JAMSHEDPUR: शहरी क्षेत्र में रहने वाले सावधान। खासकर सोनारी व कदमा के लोगों को अधिक सर्तक होने की जरूरत है, क्योंकि सर्विलांस विभाग की रिपोर्ट में इन्हीं क्षेत्रों में डेंगू के डंक का सर्वाधिक कहर है। रिपोर्ट बुधवार को आएगी। हालांकि, विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपने कर्मचारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किया है। क्योंकि इसी क्षेत्र में डीसी, एसएसपी, एसपी सहित टाटा स्टील के कई बड़े अधिकारियों के आवास हैं। इन क्षेत्रों में साफ-सफाई की जिम्मेवारी जुस्को की है। वर्ष ख्0क्फ् में मच्छरों का आंतक कदमा व सोनारी में सबसे ज्यादा देखने को मिला था। इसपर स्वास्थ्य विभाग ने चिंता जाहिर करते हुए जुस्को को विशेष अलर्ट रहने के लिए पत्र भी लिखा था। वहीं, इस बार भी अबतक मिले संदिग्ध पेशेंट्स की संख्या में इन्हीं क्षेत्रों के पेशेंट शामिल है। कदमा के तीन, साकची के दो, मानगो के दो व बागबेड़ा के एक शामिल है।

हुई थी डेंगू और जेई की पुष्टि

सर्विलांस विभाग के अनुसार वर्ष ख्0क्फ् में डेंगू व जापानी इंसेफ्लाइटिस के कुल ख्ब्भ् नमूना की जांच हुई। इनमें 98 पीडि़तों में डेंगू व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) की पुष्टि हुई थी। पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के क्क् व जापानी इंसेफ्लाइटिस के ख्ख् पीडि़त पाए गए थे। इसमें से भ्0 फीसद डेंगू पीडि़त सोनारी व कदमा के रहने वाले थे। इनमें आठ सोनारी व छह कदमा के शामिल थे। तत्कालिन सिविल सर्जन डॉ। जगत भूषण प्रसाद ने डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए जुस्को को पत्र लिखकर विशेष तौर निर्देश दिया था, ताकि किसी तरह की महामारी उत्पन्न नहीं हो।

बीमारियों की रिसर्च हब

हर साल फैलने वाली अलग-अलग बीमारियों ने शहर को रिसर्च हब बना दिया है, जिसे देखते हुए शहर में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसकी जांच-पड़ताल करने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी तथा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च की टीम ने वर्ष ख्0क्क् में शहर का भ्रमण किया था। वहीं ख्0क्ख् व ख्0क्फ् में स्वास्थ्य विभाग की नेशनल टीम जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में घूमकर जायजा ले चुकी है। इसके बाद से नियमित रूप से टीम दौरा करते रही है।

हर साल पनप रही नई बीमारी

वर्ष बीमारी

ख्009 स्वाइन फ्लू

ख्0क्0 डेंगू

ख्0क्क् चिकुनगुनिया

ख्0क्ख् जेई

ख्0क्फ् डेंगू, जेई

ख्0क्ब् जेई

ख्0क्भ् स्वाइन फ्लू, जेई

डेंगू के पेशेंट

वर्ष पेशेंट

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ख्0क्ब् 0

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जापानी इंसेफ्लाइटिस के पेशेंट

वर्ष पेशेंट

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साफ पानी में पनपता है एडीज का लार्वा

डोर टू डोर सर्वे करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को कूलर, ड्रम व किसी भी अन्य जगह पर पानी को जमा न करने के लिए जागरुक करने को कहा गया है। क्योंकि ऐसे पानी में बहुत जल्द ही एडीज का लार्वा पनपने की संभावना रहती है। मसलन कूलर में अगर पानी डाला है तो उसे एक दिन के अंतराल पर बदल लिया जाए। ड्रम के पानी में भी लार्वा पनपने की संभावना बन सकती है। इसलिए पानी जमा न करके उसे रोजाना ताजा पानी भरते रहे।

मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए विभाग सर्तक है। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा डोर-टू-डोर जाकर सर्वे किया जा रहा है, ताकि लार्वा मिले तो उसे तत्काल खत्म किया जा सके।

-डॉ साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी