यहाँ हवा में धूल के कणों का घनत्व विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्वीकृत सीमा से कई गुना ज्यादा है.

रिपोर्टों का कहना है कि शहर के कई हिस्सों में दृश्यता महज 50 मीटर रह गई है.

स्थानीय मीडिया शहर के  प्रदूषण को ठंड के लिए लगाए गए पब्लिक हीटिंग सिस्टम से जोड़कर देख रहा है.

सरकारी समाचार एजेंसी जिन्हुआ के अनुसार हवा में 2.5 माइक्रोमीटर से छोटे कणों को मापने के लिए पीएम2.5 स्तर पैमाने का प्रयोग होता है. हरबिन में सोमवार सुबह इसे 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर मापा गया.

धुंध मानक स्तर से काफ़ी ज़्यादा

विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, आमतौर पर पीएम2.5 सघनता 25 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

इस मोटी धुंध की परत को लेकर हेइलोंगझियांग, झिलिन और लियोनिंग प्रांतों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.

इस साल के शुरू में भी  चीन की राजधानी बीजिंग में हवा में प्रदूषण पहले के ख़तरनाक स्तर को पार गया था.

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