आगरा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नगर निगम और विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की, इसमें दस नगर निगम और दस ही विकास प्राधिकरण सीएम की समीक्षा में फेल साबित हुए हैं, इनमें आगरा भी शामिल है। सीएम ने माना है कि इनमें समय पर जन शिकायतों निस्तारण और गुणवत्तापूर्ण कार्य न होना पाया गया है। जबकि यह सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। नगर आयुक्त और एडीए उपाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है।

मुख्य सचिव को दिए निर्देश

सीएम योगी आदित्यनाथ की समीक्षा में प्रदेश के सबसे खराब दस नगर निगम और दस प्राधिकरणों के नगर आयुक्त व उपाध्यक्षों से स्पष्टीकरण लेने को मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। आगरा भी प्रदेश के उन दस खराब नगर निगम और प्राधिकरणों में शामिल है, जो समय पर जन शिकायतों का निस्तारण करने में फेल साबित हुए हैं। इसके साथ ही विकास कार्य भी गुणवत्ता पूर्ण नहीं पाए गए हैं। सीएम ने कहा कि जन शिकायतों का निर्धारण समय सीमा में गुणवतापूर्ण निस्तारण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। बावजूद इसके ऐसा नहीं किया जा रहा है। लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।