-निरीक्षण के खौफ से की गई महिला चिकित्सक की तैनाती

-केन्द्रों को दुरुस्त बनाने में लगे कर्मचारी

लावड़: जिले भर में दस नवंबर से पन्द्रह नवंबर तक सामुदायिक केन्द्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के होने वाले निरीक्षण का असर केन्द्रों पर तैनात स्टाफ पर दिखाई देने लगा है। एकाएक केन्द्रों की साफ-सफाई के साथ साथ स्टाफ को पूरा किया जा रहा है। लावड़ कस्बे में अभी तक पीएचसी पर महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं थी, लेकिन निरीक्षण के डर से केन्द्र पर महिला चिकित्सक की तैनाती कर दी गई है।

दिल्ली व लखनऊ से दस नवंबर से पन्द्रह नवंबर तक जिले भर के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए सात-सात सदस्यों का एक टीम आ रही है। टीम के आने की जानकारी से सीएचसी व पीएचसी में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। यहीं हाल कुछ लावड़ कस्बे के पीएचसी का है। समय से बंद होने वाला पीएचसी देर शाम तक साफ सफाई व केन्द्र को दुरुस्त बनाने के लिए खोला जा रहा है। पीएचसी लावड़ की बात करें तो यहां अभी तक प्रभारी डॉक्टर राहत अली ही एक मात्र चिकित्सक के रुप में तैनात थे। इस केन्द्र पर महिला चिकित्सक की तैनाती न होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिलाओं को प्रसव के लिए सीएचसी दौराला पर ही जाना पड़ता था। टीम के निरीक्षण की जानकारी मिलते ही इस केन्द्र पर एकाएक महिला चिकित्सक डॉक्टर रंजना वर्मा की तैनाती कर दी गई है। महिला चिकित्सक की तैनाती से इस केन्द्र से जुड़े लगभग 25 गांव की महिलाओं को समस्या से छुटकारा मिलेगा। सीएचसी प्रभारी डॉक्टर गजेन्द्र सिंह का कहना है कि सीएमओ अमीर सिंह के आदेश पर लावड़ पीएचसी पर महिला चिकित्सक की तैनाती की गई है।