- दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अव्यवस्था पर भड़के डिप्टी सीएम

- बोले, 15 अगस्त को ही टीचर्स नियुक्ति का विज्ञापन निकालने का दे दिया था आदेश

GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में क्लास लेने वालों की ही शुक्रवार को क्लास लग गई। विवि के संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम व हायर एजुकेशन के मंत्री डॉ। दिनेश शर्मा ने वीसी, रजिस्ट्रार, डींस, टीचर्स सबको नसीहत दे डाली। कहा कि टीचर विवि आएंगे तो स्टूडेंट्स निश्चित पढ़ाई करेंगे लेकिन यदि टीचर्स प्रॉपर क्लास नहीं लेंगे तो स्टूडेंट्स नकल करना चाहेगा ही। नकल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है। डिप्टी सीएम ने कहा कि वह टीचर्स की कमी की समस्या से परिचित हैं लेकिन उन्होंने 15 अगस्त से पहले ही कुलपति सम्मेलन में टीचर्स भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने को सभी वीसी से कह दिया था लेकिन पता नहीं डीडीयूजीयू के वीसी ने अभी विज्ञापन जारी किया या नहीं क्योंकि मेरे पास इस संदर्भ में अब तक कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

45 मिनट के उद्बोधन से बदल गया माहौल

उद्बोधन कार्यक्रम शुरू होने से पहले संवाद भवन में बैठे टीचर्स व स्टूडेंट्स के बीच काफी उत्सुकता थी लेकिन डिप्टी सीएम के 45 मिनट के उद्बोधन के दौरान व इसके बाद माहौल बदला नजर आया। नसीहत सुनकर वीसी, रजिस्ट्रार, डीन्स और टीचर्स के चेहरे के भाव बदले हुए थे। सभी के माथे पर पसीने छूटते नजर आए। डिप्टी सीएम ने कहा कि जरूरी नहीं कि बिल्िडग अच्छी हो तभी पढ़ाई अच्छी होगी। नो डाउट कि आज का परिवेश बदला है लेकिन जब टीचर्स अच्छे होंगे तो संस्थान व वहां के बच्चे खुद ब खुद अच्छे होंगे। इसी यूनिवर्सिटी से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने पढ़ाई की है। इसलिए हमें अपने इस यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करते रहना है।

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छात्र, शिक्षक नेताओं की बने टीम

डिप्टी सीएम एवं हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। दिनेश शर्मा ने कहा कि छात्रसंघ से दो प्रतिनिधि, शिक्षक संघ से दो प्रतिनिधि और कर्मचारी संघ से दो प्रतिनिधियों की टीम बनाई जानी चाहिए। यह टीम आपस में मीटिंग करके यूनिवर्सिटी का उत्थान कर सकती है।

220 दिन की क्लास अनिवार्य

डिप्टी सीएम ने कहा कि हर हाल में नकल विहीन परीक्षा होनी चाहिए। इसके लिए सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। नकल न हो इसके लिए अच्छी पढ़ाई जरूरी है। हर यूनिवर्सिटी में 220 दिन की क्लासेज चलना अनिवार्य है। कॉमर्स के मैनेजमेंट को लेकर मॉडल प्रस्तुत करें। कौशल विकास के लिए एक ऐसा पाठ्यक्रम तैयार करें जिससे कि यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। कैंपस में वाई-फाई होना चाहिए लेकिन उसका सदुपयोग जरुरी है। ई-यूनिवर्सिटी के लिए हमने काम शुरू कर दिया है। डॉ। एकेटीयू को इसका आधार बनाया गया है।

रिटायर्ड शिक्षकों की होगी नियुक्ति

डिप्टी सीएम ने शिक्षकों की कमी पर कहा कि डिग्री कॉलेज में जिस तरह से रिटायर्ड शिक्षकों को कांट्रैक्ट बेस पर नियुक्त करते हैं, उसी प्रकार यूनिवर्सिटी में रिटायर्ड शिक्षकों को नियुक्त करेंगे।

उद्बोधन की मुख्य बातें

- 30 जून तक एडमिशन की सारी प्रक्रिया पूरी करें।

- जुलाई में हर हाल में क्लासेज शुरू हो जाएं।

- नकल होने पर सेंटर डिबार होंगे।

- ऑनलाइन ई-टेंडरिंग लागू होगी।

- पूर्वाचल को 24 घंटे बिजली देंगे

- इंडस्ट्रीज डेवलप करेंगे। इंडस्ट्रीयल एरिया के लोगों के सुरक्षा के लिए आईपीएस और पीपीएस रैंक के आफिसर की तैनाती होगी।

- यूनिवर्सिटी में अन्य भाषाओं में भी कोर्स का संचालन

- शोध कार्य के लिए शोध गंगा पोर्टल

- सेल्फ फाइनेंस कोर्स का संचालन होना चाहिए।

- टाइम टू टाइम बुक फेयर लगाकर आय के स्रोत में वृद्धि करें।

- भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने के लिए पदोन्नति की जाएगी, पद बढ़ाए जाएंगे।

- दाखिले के बाद रेगुलर क्लास के साथ-साथ नकल विहीन परीक्षा कराएं।

- परीक्षा के दौरान 200 मीटर तक कॉलेजों के प्रबंधक नहीं दिखने चाहिए।

- नकल हुई तो प्रबंधकों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

- यूनिवर्सिटी में ई-लाईब्रेरी हो, इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन पहल करे।

- ऐसे पाठ्यक्रम लागू कराएं जिससे कि स्टूडेंट्स को रोजगार मिल सके।

- कैम्पस के भीतर अराजकता बर्दाश्त नहीं होगी। हर हाल में पढ़ाई का माहौल बनाइए।

- जो भी यूनिवर्सिटी नियमों का पालन नहीं करेंगी या ना‌र्म्स पूरा नहीं करेंगी, उनके अनुदान के बारे में सोचना पड़ेगा।

- शोध पीठ बनाना चाहिए। आर्थिक, विज्ञान, मैनेजमेंट, कला आदि के क्षेत्र में शोध होने से हम नई चीजों की तलाश कर उसका अविष्कार कर सकेंगे।