-सर्व प्रथम तीस हजार नए वोटर्स को मिलेंगे रंगीन एपिक

-चार बाद होगी लोकल लेवल पर प्रिंटिंग, नहीं करना होगा अधिक इंतजार

ALLAHABAD: निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद शुक्रवार से वोटर कार्ड की छपाई काम शुरू होने जा रहा है। अभी तक यह दूसरे प्रदेश से छपकर आते थे, जिससे पिछले कई साल के कार्ड अभी तक पेंडिंग पड़े हैं। अधिकारियों का कहना है कि सबसे पहले इस साल वोटर लिस्ट मे दर्ज हुए मतदाताओं के कार्ड बनाए जाएंगे।

लेटलतीफी को लेकर फैसला

अब तक जिले में कुल 43 हजार वोटर कार्ड लंबित थे। इसके बाद इस साल चलाए गए अभियान में 30 हजार नए वोटर्स जोड़े गए हैं। इसलिए प्रशासन ने सबसे पहले इनको कार्ड उपलब्ध कराने का फैसला किया है। पुराने में पांच हजार संशोधन वाले कार्ड मौजूद हैं और बाकी 38 हजार फ्रेश कार्ड हैं। कुल मिलाकर लंबी-चौड़ी पेंडेंसी है।

आखिरकार हो गया स्याही का टेंडर

मतदाता कार्ड छपाई के लिए मशीन आ गई है और प्लास्टिक के कार्ड भी सरकार ने उपलब्ध करा दिए हैं। रंगीन काटेज (स्याही)) का भी टेंडर हो चुका है। एक सप्ताह बाद कार्ड छपने शुरू हो जाएंगे। बता दें कि चार साल पहले लोकल लेवल पर कार्ड छपते थे। फिर तत्कालीन सरकार ने इस व्यवस्था को बदलकर पुणे की एजेंसी को ठेका दे दिया था। अधिकारियों का कहना है कि तेजी से कार्ड छप जाएं, इसके लिए पांच ऑपरेटर लगाए जा रहे हैं। 11 मार्च को फूलपुर उपचुनाव का मतदान होना है।

इनको इंतजार करवाना ठीक नहीं

वोटर कार्ड का इस्तेमाल लोग एड्रेस प्रूफ की तरह सर्वाधिक करते हैं। खासकर जिनका संशोधन के तहत कार्ड बनना है उनको इसकी सख्त जरूरत है। ऐसे लोगों की संख्या पांच हजार से अधिक है जो पिछले दो साल से कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। इनका नाम तो सूची में दर्ज हो गया है लेकिन कार्ड अभी तक नही मिलने से उनकी पहचान पर संकट खड़ा हो गया है।

एक और शिकायत आ गई सामने

इतना ही नही, एक और नई शिकायत सामने आ गई है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे कुछ लोगों का कहना था कि ऑनलाइन सर्च करने पर वोटर लिस्ट में उनका एपिक नंबर नहीं दिखाई दे रहा है। इसको लेकर उन्होंने कई प्रशासनिक अधिकारियों को कॉल किया लेकिन सटीक जवाब नहीं मिला। उनका कहना है कि यह मिस्टेक कहां से हो रही है, इसकी जांच प्रशासन को करनी चाहिए। वरना वह वोट देने से वंचित रह जाएंगे।

वोटर कार्ड छपाई का काम शुरू होने जा रहा है। शुक्रवार से इसकी शुरुआत हो जाएगी। पांच ऑपरेटर लगाए जा रहे हैं। सबसे पहले तीस हजार नए वोटर्स को उपलब्ध कराया जाना है।

-अमरपाल सिंह, एडीएम सीएस व उप जिला निर्वाचन अधिकारी, इलाहाबाद