- छीन सकती है मेयर की कुर्सी, विपक्ष ने 35 से अधिक काउंसलर्स के शामिल होने का दिलाया भरोसा

- पहली बार डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में पटना नगर निगम में होगी मीटिंग

- निगम कमिश्नर सहित सभी ऑफिसर्स होंगे मीटिंग में शामिल

- डेट और प्लेस हो चुकी है फिक्स, पुलिस व मजिस्ट्रेट भी रहेंगे तैनात

PATNA: गया नगर निगम की तर्ज पर अब पटना नगर निगम में भी मेयर के रहते हुए डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में मीटिंग की तैयारी चल रही है। डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग में कई महीनों बाद पटना नगर निगम के कमिश्नर कुलदीप नारायण, डिप्टी कमिश्नर सहित विपक्ष के तमाम काउंसलर्स, नगर सचिव सहित नगर निगम के सभी ऑफिसर्स मौजूद रहेंगे। इसे लेकर कवायद तेजी से चल रही है। मंडे को मेयर की होने वाली मीटिंग से पहले इस मीटिंग को करने की बात चल रही है। निगम के पुख्ता सोर्स की मानें तो दिवाली और छठ को लेकर मीटिंग बुलायी जानी है। इसमें वहीं एजेंडे शामिल होंगे। जो मेयर की मीटिंग में निर्धारित है। यानि मजदूरों की बढ़ने वाली राशि के साथ-साथ स्ट्रीट लाइट, हाई मास्ट लाइट पर भी बातें होंगी। साथ ही एजेंडे में सड़क की सफाई से लेकर घाटों तक के लिंक पथ पर भी बातें होंगी। ज्ञात हो कि इससे पूर्व क्म् अक्टूबर गुरुवार को मेयर की अध्यक्षता में एसकेपुरी सामुदायिक भवन में बोर्ड की मीटिंग हुई थी। लेकिन कोरम पूरा नहीं होने से मीटिंग स्थगित कर दी गई थी।

निगम में काम करेगा एक पैरेलल बोर्ड

जानकारी हो कि पटना नगर निगम के इतिहास में यह पहली बार होगा जब मेयर के रहते हुए डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में बोर्ड की मीटिंग होगी। दरअसल पूरा मामला इगो को लेकर है। मेयर और कमिश्नर के इगो की लड़ाई में पटना नगर निगम दो हिस्से में बंट गया है। अब जब बोर्ड की मीटिंग डिप्टी मेयर करने जा रहे हैं। तो यह खुलकर सामने आ गया है कि नगर निगम एक तरफ मेयर के सपोर्टर से भरा हुआ है। तो दूसरी ओर डिप्टी मेयर के लोग शामिल हैं। जिन्हें निगम कमिश्नर का साथ भी मिल रहा है।

मीटिंग से पहले होगी पूरी तैयारी

मेयर अफजल इमाम के रहते हुए डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता भी पहली बार बोर्ड की मीटिंग करने जा रहे हैं। शुक्रवार को इस मीटिंग से रिलेटेड सारी तैयारियां जोर-शोर से चलती रहीं। पेपर टाइप किया जा रहा था। एजेंडे की तैयारी थी। डिप्टी मेयर ने अपने लेटर पेड पर लिखकर दिया है कि वो अपनी अध्यक्षता में बोर्ड की मीटिंग बुलाने जा रहे हैं। फिलहाल निगम एडमिनिस्ट्रेशन इस मीटिंग को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतना चाह रहे हैं। इसलिए कोरम पूरा करने से लेकर सिक्योरिटी तक का सवाल सामने आ रहा है। ज्ञात हो कि गुरुवार को ही मेयर ने मंडे को अगली मीटिंग बुलायी है।

विवाह भवन में होगी मीटिंग!

शुक्रवार की देर शाम तक कमिश्नर की साइन नहीं होने से यह बात स्पष्ट नहीं हो पाई की मीटिंग कहां होगी। लेकिन सोर्सेज बताते है कि विपक्ष के पास तीस से अधिक काउंसलर्स हैं। इसलिए ऐसी जगह निर्धारित की जाएगी जहां सौ से अधिक लोग एक साथ बैठ सकें। क्योंकि काउंसलर्स के अलावा बीस से अधिक ऑफिसर्स व मीडिया कर्मियों के बैठने की भी जगह चाहिए। इसके लिए गांधी मैदान स्थित एसकेएम, एसकेपुरी स्थित सामुदायिक भवन या विवाह भवन को लेकर मंथन जारी है।

मेयर ने खो दिया है विश्वास

काउंसलर दीपक चौरसिया ने बताया कि मेयर अफजल इमाम ने बोर्ड का विश्वास खो दिया है। अगर उनके पास काउंसलर्स पूरे होते तो वह बोर्ड की मीटिंग स्थगित नहीं करते बल्कि मीटिंग कर सकते थे। उनके अपने लोग भी जब नहीं पहुंचे तो मामला साफ हो गया कि वह अब कहीं से भी बोर्ड के लायक नहीं है। इसलिए डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में बोर्ड की मीटिंग होगी। क्योंकि पब्लिक की फिक्र मेयर से अधिक अन्य लोगों को भी है।