-उप्र आर्थोपैडिक सोसायटी के तीन दिवसीय सेमिनार का हुआ उदघाटन

-मुख्य अतिथि राज्यपाल ने डॉक्टरों को दिया हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन

ALLAHABAD: डॉक्टरों के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं हैं। वह राष्ट्र के रीढ़ की हड्डी के समान हैं। यह बात उप्र के राज्यपाल रामनाइक ने कही। वह गुरुवार को एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास आडिटोरियम में आर्थोपेडिक एसोसिएशन के 42वें वार्षिक समारोह के उदघाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सक ही रोगग्रस्त इंसानों की देखभाल करते हुए मानवता की सेवा करते है।

84 साल में सिर्फ दोबार बीमार हुए राज्यपाल

राज्यपाल ने इस तरह के शैक्षणिक सम्मेलनों के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा को आधुनिक बनाने पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि इसका लाभ जरूरतमंद गरीबों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह कहकर सभी को अचरज में डाल दिया कि 84 साल की उम्र में वह केवल दो बार हॉस्पिटल गए हैं। यह भी कहा कि डॉक्टर अपने क्षेत्र में पूरे आत्मविश्वास से कार्य करें, मैं राज्यपाल के तौर पर पूरा सहयोग करूंगा।

स्मारिका का हुआ विमोचन

इस दौरान डॉ। निकुंज अग्रवाल और डॉ। मनीष बंसल द्वारा सम्पादित स्मारिका, डॉ0 पियूष मिश्रा द्वारा सम्पादित काफी बुक व यूपी आर्थोकॉन 2018 के लिए डॉ। बंसल द्वारा रचित गौरवशाली महाकुंभ नगरी प्रयागराज का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ। केडी त्रिपाठी ने राज्यपाल व देश-विदेश से आये ख्याति प्राप्त अस्थि रोग विशेषज्ञों का स्वागत किया। इस अवसर पर उप्र आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सचिव डॉ आशीष कुमार ने संस्था की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया व भविष्य की रूपरेखा पर अपने विचार रखें।

दो दिन होगा महामंथन

इस सम्मेलन में देश विदेश से आए 700 डॉक्टर्स शिरकत कर रहे हैं। अब अगले दो दिन तक चिकित्सा की नवीन पद्धतियों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही आर्थोपेडिक सर्जरी की नई विधियों का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया। इलाहाबाद आर्थोपेडिक सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ मनोज गुप्ता ने सम्मेलन में आये सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया.इस अवसर पर इलाहाबाद आर्थोपेडिक सोसाइटी के कोषाध्यक्ष डॉ सुरेश मौर्य ने माननीय राज्यपाल को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इन्होंने साझा किए अनुभव

गुरुवार को सुबह नौ बजे से तीन कार्यशालाओं के साथ हड्डी रोग से जुड़ी बीमारियों पर चर्चा की गई। इसमें देश के प्रसिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ अनन्त जोशी व डॉ दीपक चौधरी ने अपने अनुभव साझा किए। सचिव डॉ। अनुज गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम से डॉक्टरों व मेडिकल छात्रों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। कार्यक्रम को इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ आरसी मीना व यूपी आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अमित रस्तोगी ने भी सम्बोधित किया। संचालन डॉ। व्यंजना पाण्डेय व डॉ सूबिया ने किया। इस मौके पर जस्टिस गिरधर मालवीय, पोस्ट मास्टर जनरल एम अब्दाबी, निदेशक पोस्टल सेवा एसके राय, डॉ। कपिल कुलश्रेष्ठ, डॉ। त्रिभुवन सिंह, डॉ। शरद जैन, डॉ। मुकुल पांडेय आदि उपस्थित रहे।