- घर में रखे गंधक और पोटेशियम से हुआ विस्फोट

- दूसरी मंजिल की उड़ी छत, लोगों ने भागकर बचाई जान

- सवेरे हुए धमाके से पड़ोसियों में भी व्याप्त हुई दहशत

Meerut : जयदेवी नगर के मकान नंबर ख्क्ब्/7 में सुबह चार बजे ऐसा विस्फोट हुआ कि आसपास रहने वालों की नींद के साथ होश भी उड़ गए। घर में विस्फोटक रखने से हुए हादसे में मकान की छत उड़ गई। पुलिस ने घर में विस्फोटक सामग्री रखने के जुर्म में एक को गिरफ्तार किया है। विस्फोटक घर में क्यों था? कहां से लाया गया था? पुलिस के पास फिलहाल कोई जवाब नहीं है।

सुबह चार बजे

जयदेवी नगर के जिस घर में विस्फोट हुआ है, वो जगदीश भटनागर का है। जिनके पांच बच्चे हैं। सुशील, सुधीर, मनोज, संजय और धर्मेद्र। दो मंजिला मकान की दूसरी मंजिल पर धर्मेद्र और और संजय का परिवार रहता है। सोमवार को तड़के चार बजे दूसरी मंजिल पर विस्फोट हुआ, जिससे आसपास के लोग पूरी तरह से सहम गए। मौके पर देखा तो घर की छत पूरी तरह से उड़ चुकी थी। मकान का फर्नीचर, फ्रिज और टीवी भी पूरी तरह से ध्वस्त और जल चुका था। धर्मेद्र की पत्नी की साड़ी में भी आग लग गई थी, जिसे तुरंत बुझा दिया गया। इस घटा की जानकारी पुलिस को दी गई।

सल्फर-पोटाशियम से हुई घटना

घटना की सूचना मिलते ही नौचंदी पुलिस के साथ एसपी सिटी और थोड़ी ही देर में बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंचा। पुलिस ने घरवालों से बात की। एक्सपर्ट टीम को मौके से पोटाशियम और सल्फर के टुकड़े मिले। साथ में एक आयरन रॉड भी बरामद हुई। पुलिस के अनुसार विस्फोटक पटाखे छोड़ने के काम में आता था हैं। इसे धर्मेद्र लाया था। पुलिस ने धर्मेद्र को विस्फोटक सामग्री रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया है।

केस में कई झोल

विस्फोट के केस में कई तरह के झोल सामने आए हैं। आई नेक्स्ट ने पुलिस, परिवार और कैमिकल एक्सपर्ट से बात की तो कई सवाल सामने आए। आखिर धर्मेद्र ने घर में विस्फोटक क्यों रखा था। ये कितनी मात्रा में था? ये सामग्री कहां से लाई गई थी?

सब्जी पकाने को

इस केस में परिवार के लोगों का कहना है कि हमारा सब्जियों का काम है। इसका इस्तेमाल हम करते ही रहते हैं तो घर में ही रखा हुआ था। जबकि हम आपको बता दें कि सब्जियों और फलों का पकाने के लिए पोटाशियम या सल्फर का इस्तेमाल नहीं होता है। इसके लिए अमूमन कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है।

पटाखे छोड़ने को लाए थे

नौचंदी पुलिस की मानें तो ये सामग्री आधा किलो के आसपास थी, जिसे बाजार से पटाखे छोड़ने को लाया गया था। एसओ ने बताया कि पोटाशियम और सल्फर को एक साथ रखने और बोतल के गिरने के बाद हुए रिएक्शन से हादसा हुआ। हमने पटाखे छोड़ने वाली रोड भी बरामद की है।

हीट से ही होगा विस्फोट

सीसीएस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और कैमिकल एक्सपर्ट डॉ। आरके सोनी बताते हैं कि सिर्फ आधा किलो सामग्री से इतना बड़ा विस्फोट मुमकिन नहीं है। अगर आधा किलो भी है तो सुबह के वक्त अपने आप या गिरकर भी पॉसिबल नहीं है। जब ये विस्फोट हुआ तो वहां पर जरूर हीट होगी। वहीं फूड सेफ्टी ऑफिसर अक्षय गोयल की माने तो इसमें स्ट्रोनशियम और मैग्नेशियम भी मिला हो सकता है और आसपास कुछ जल रहा होगा।

वर्जन

सुबह एक्सपर्ट की टीमें गई थी। उन्होंने ही बताया कि विस्फोट सल्फर और पोटाशियम की वजह से हुआ है। हमने घर के एक सदस्य धर्मेद्र को विस्फोटक सामग्री रखने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है।

- ओपी सिंह, एसपी सिटी

जरा गौर करें

पुलिस कह रही है

- सल्फर-पोटेशियम से भरी बोतल गिरने से हुआ विस्फोट।

- पटाखे छोड़ने के लिए घर में रखा था सल्फर-पोटेशियम।

- पटाखे छोड़ने के लिए विस्फोटक खरीदकर लाया आरोपी।

- आधा किलो सल्फर-पोटेशियम में विस्फोट से उड़ सकती है छत।

फैमिली कहती है

- बंद संदूक में रखा हुआ था सल्फर-पोटेशियम।

- सब्जी पकाने के लिए यूज करते थे सल्फर-पोटेशियम।

- दोस्त से लिया था विस्फोटक।

एक्सपर्ट कहते हैं

- छत उड़ने का मतलब है कि विस्फोटक की मात्रा आधा किलो से कहीं ज्यादा होगी।

- विस्फोट के लिए रखे हुए पदार्थ को हीट या स्पार्क मिलना जरूरी।

- भयानक विस्फोट के लिए सल्फर-पोटेशियम के साथ मैग्नीशियम और स्ट्रोनशियम भी हो सकता है।