-डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने घाटवार कलाकारों-संस्थाओं के नाम पर लगाया मुहर

VARANASI

देव दीपावली को लेकर संस्थाओं से लेकर सरकार तक की तैयारी अंतिम दौर में है। इस उत्सव को खास बनाने के लिए इस बार गंगा की लहरों पर लेजर शो से गंगा का मर्म दिखाया जाएगा। इसमें शहर और देवाधिदेव महादेव भी शामिल होंगे। इसका राजघाट पर प्रदर्शन किया जाएगा जहां सीएम योगी आदित्यनाथ देवदीपावली उत्सव दर्शन का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा अस्सी तक के 16 घाटों पर गीत-संगीत गूंजेगा जो बनारस की खूबियों का दर्शन कराएगा। इसके लिए संस्कृति विभाग की ओर से दस घाटों का चयन किया जा चुका है। घाटवार संस्थाओं व कलाकार दलों को इसकी जिम्मेदारी दी जा चुकी है। हालांकि ये तो सरकारी आयोजन हैं लेकिन दशाश्वमेध, शीतलाघाट समेत अन्य घाटों पर संस्थाओं की ओर से संगीत प्रस्तुतियां पहले की तरह होंगी। लेजर शो की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। नृत्य संगीत का इंतजाम संस्कृति विभाग को सौंपा गया है।

सभी घाट होंगे जगमग

इस बार गंगा किनारे के लगभग सभी घाट को गीत-संगीत के अलावा जगमग करने की तैयारी है। संस्कृति विभाग की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए ऐसे घाटों को चुना गया है, जिन पर ऐसे आयोजन नहीं होते हैं। इस साल यहां कम से कम दो कलाकार 40 मिनट में नृत्य-संगीत-वाद्य कला का प्रदर्शन करेंगे। जिससे वहां आने जाने वाले भी देव दीपावली का एहसास कर सकें। इसके लिए कालाकारों की लिस्ट फाइनल हो चुकी है।

यहां होगा भव्य आयोजन

गंगा महल, मणिकर्णिका के पास, मीरघाट, दरभंगा, भैरवी, राजाघाट, चौकीघाट, मानसरोवर घाट, महानिर्वाणी घाट, निषादराज घाट, तेलियानाला, नंदेश्वर, त्रिलोचन, बद्रीनारायण, हनुमानगढ़ी और समापन स्थल अस्सी घाट।

एक दिन पहले मंदिरों में दीपदान

देव दीपावली भले ही 23 नवंबर को मनाई जाएगी, लेकिन तिथियों के फेर में 22 नवंबर की शाम भी मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे। वास्तव में कार्तिक पूर्णिमा इस बार दो दिन पड़ने से ऐसा हो रहा है। यह तिथि 22 नवंबर को दिन में 12.35 बजे लग रही है जो 23 नवंबर को दिन में 11.46 बजे तक रहेगी। हालांकि इस बार की पूर्णिमा 23 नवंबर को दिन में 11.46 बजे तक ही है और प्रदोष में पूर्णिमा 22 नवंबर को मिल रही है। इस लिहाज से शास्त्र अनुसार त्रिपुरोत्सव 22 नवंबर को मनाने का विधान है।