-काशी विद्यापीठ के मानविकी संकाय में तोड़फोड़ ने ठप कराया 1लासेस

-यूजी, पीजी व प्रोफेशनल कोर्सेस के स्टूडेंट्स काट रहे चक्कर, कैसे देंगे सेमेस्टर एग्जाम

VARANASI

सेशन स्टार्ट होने के तीन महीने से अधिक होने के बाद भी क्लासेस का अता-पता नहीं है। भला पढ़ाई हो भी तो कैसे, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मानविकी संकाय में सेशन स्टार्ट होने के पहले से ही डेवलपमेंट वर्क चल रहा है। यहां क्लासेस पूरी तरह से ठप हैं। बस नाम मात्र की ही पढ़ाई हो रही है। क्लासेस के नाम पर केवल मजाक हो रहा है। इस बिल्डिंग में यूजी, पीजी से लेकर प्रोफेशनल सब्जेक्ट्स तक की क्लासेज संचालित होती हैं। लेकिन आश्चर्य यह कि सेमेस्टर एग्जाम स्टार्ट होने के कुछ दिन पहले तक क्लास रूम में तोड़फोड़ चल रहा है। उनको फाइनल नहीं किया जा सका है।

गिनती की चली क्लास

वैसे तो यूनिवर्सिटी के यूजी, पीजी और प्रोफेशनल कोर्सेज का एक जैसा हाल है। किसी की पर्याप्त क्लास नहीं चली है। लेकिन मानविकी संकाय में तो डेवलपमेंट वर्क के चलते गिनती की भी क्लास नहीं चल पायी। क्लास रूम को तोड़फोड़ दिया गया है। जहां स्टूडेंट्स बैठ नहीं सकते। जबकि यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर कोर्सेज के एग्जाम भी नौ दिसंबर से होने वाले हैं, तो स्टूडेंट्स की सांस अटक गयी है। उधर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन एग्जाम की तैयारी में जुटा हुआ है। बस अब एग्जाम होने की देर है। ऐसे में स्टूडेंट्स को बिना कोर्स पूरा किए ही एग्जाम में बैठना पड़ेगा।

90 दिन क्लास चलने का रूल्स

यूजीसी के नियमानुसार प्रत्येक सेमेस्टर में कम से कम 90 दिन क्लासेस चलना अनिवार्य है, लेकिन स्टूडेंट्स का दावा है कि अब तक बमुश्किल गिनती की ही क्लास चल पायी होगी। इस बीच यूनिवर्सिटी में एग्जाम, एडमिशन, बवाल व छात्रसंघ चुनाव हुआ। इसके बाद तो पूरी क्लास ठप हो गयी। सिचुएशन यह है कि कैंपस में स्थित शायद ही किसी बिल्डिंग में क्लास चली होगी। उन्हीं कोर्सेस का एक दो क्लास चल पाया होगा जो अन्य फैकल्टी में स्थित हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स डेली कैंपस आ रहे हैं और चक्कर मारकर वापस घर लौट जा रहे हैं। अब तो आना भी बंद कर दिए हैं।

वर्जन--

यूजी व पीजी के कुछ सेमेस्टर सब्जेक्ट्स की क्लासेज संचालित हो रही हैं। मानविकी संकाय के तोड़फोड़ से बचे हुए रूम में भी क्लासेस चलायी जा रही हैं। डेवलपमेंट वर्क को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

ओम प्रकाश, रजिस्ट्रार,

काशी विद्यापीठ