- सीवर लाइन और पार्को की बदहाल स्थिति बढ़ा रहीं मुश्किलें

- संभावित उम्मीदवार जनता को नहीं दे पा रहे हैं ठोस आश्वासन

LUCKNOW:

चुनावी रण में उतरने के लिए तैयार संभावित उम्मीदवारों के लिए विकास योजनाएं ही चुनौती बन गई हैं। हम बात कर रहे हैं सीवर लाइन प्रोजेक्ट और पार्को के सौंदर्यीकरण की। आलम यह है कि किसी वार्ड में सीवर लाइन नहीं पड़ी है तो कहीं लाइन को अभी घरों से कनेक्ट नहीं किया गया है। इसकी वजह से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब उम्मीदवार जनता के बीच पहुंच रहे हैं तो जनता सिर्फ यही पूछ रही है कि वे लोग किस तरह से सीवर लाइन बिछवाएंगे या उसे सीधे घरों से कनेक्ट करवाएंगे। ज्यादातर उम्मीदवार इस सवाल का जवाब ही नहीं दे पा रहे हैं।

करोड़ों हुए खर्च

जानकारी के अनुसार, सीवर लाइन प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक ज्यादातर इलाकों में सीवर लाइन बिछी ही नहीं है, जबकि इंदिरानगर समेत कई इलाके ऐसे हैं, जहां सीवर लाइन को घरों से कनेक्ट नहीं किया गया है। इसकी वजह से जनता परेशान है।

इन इलाकों में जलभराव

वैसे तो शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या देखने को मिलती है, लेकिन प्रमुख रूप से शहर के कई इलाकों जैसे चौक, रकाबगंज, अमीनाबाद, मुलायमनगर, सुरेंद्रनगर, इंद्रानगर में जलभराव की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। अगर इन इलाकों में सीवर लाइन की व्यवस्था दुरुस्त हो जाए तो जनता को जलभराव की समस्या से निजात मिल जाएगी।

पार्को का सौंदर्यीकरण

ज्यादातर वार्डो में पार्को की हालत दयनीय है। अमृत योजना में शामिल इस प्रोजेक्ट को अभी तक क्रियांवित नहीं किया जा सका है। पार्को की स्थिति बेहतर न होने के कारण भी जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि लोगों को सड़क पर मार्निग वॉक करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कई बार लोगों की ओर से पार्को के सौंदर्यीकरण कराए जाने संबंधी मांग की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।