सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में निर्माणाधीन रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा की

DEHRADUN : रिस्पना और बिन्दाल नदियों के दिन जल्द ही बदल सकते हैं। किसी समय में साफ पानी के साथ बहने वाली ये दोनों नदियां अब सीवरेज के नाले में तब्दील हो चुकी हैं, लेकिन यदि रिवरफ्रंट डेवलमेंन्ट योजना का ठीक से क्रियान्वयन हुआ तो ये नदियां कुछ बेहतर हालत में नजर आ सकती है। दोनों नदियों के विकास के लिए 800 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं।

सीएम ने ली बैठक

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में रिस्पना और बिन्दाल नदी हेतु निर्माणाधीन रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना में नदी के दोनों किनारों पर बन रही रिटेनिंग वाल की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने रिटेनिंग वाल की डिजाइन व गुणवत्ता की जांच आईआईटी रुड़की से कराने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने दोनों ही नदियों की स्वच्छता, सीवरेज ट्रीटमेंट योजना और किनारों पर वृक्षारोपण पर विशेष बल दिया।

ये काम होंगे

इस योजना में प्रथम चरण में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में हरिद्वार बाईपास बिन्दाल पुल के दानों तरफ 0भ्-0भ् किमी तथा रिस्पना नदी पर धोरण पुल के दोनों तरफ 0भ्-0भ् किमी का स्ट्रेच चयनित किया गया है। इसके लिए 90 करोड़ रुपये अंशदान एवं शेष भ्0 करोड़ रुपये एमडीडीए द्वारा दिया जाना है। अब तक ब्ब्.ब् करोड़ रुपये का कार्य हो चुका है अभी तक दोनों नदियों पर फ्.भ् किमी रिटेनिंग वाल बनाई जा चुकी है।