-हृदय योजना के तहत होगा शहर का डेवलपमेंट

-केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी ने खींचा शहर के विकास का खाका

VARANASI : काशी के कायाकल्प की शुरुआत इस वर्ष दिसंबर माह से होगी। इसे हृदय योजना के तहत संवारा जाएगा। तेज गति से तीन माह में काशी का बदलता स्वरूप दिखने लगेगा। योजना की विशेषता है कि शहर के ऐतिहासिक स्वरूप को बिना छेड़े विकास कार्य होंगे। यह जानकारी केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी और हृदय योजना के डायरेक्टर प्रवीण प्रकाश ने मंगलवार को मीडिया पर्सस से बातचीत के दौरान दी। उन्होंने बताया कि प्राथमिक तौर पर करीब दो सौ करोड़ रुपये का बजट बनाया गया है। जरूरत के हिसाब से बजट को और बढ़ाया भी जा सकता है।

देखा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

संयुक्त सचिव ने बताया कि हृदय योजना के तहत देश की सात हेरिटेज सिटी का चयन हुआ है। इनमें काशी के साथ ही अमृतसर, अजमेर, मथुरा, गया, कांचीपुरम आदि हैं। इन शहरों में उनकी ऐतिहासिक मौलिकता को जिंदा रखते हुए विकास किया जाएगा जिसके बाद ये शहर स्मार्ट सिटी की श्रेणी में आ जाएंगे।

योजना के तहत एजेंडा तैयार किया गया है। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, हेरिटेज प्लानिंग, सफाई प्रबंधन, सांस्कृतिक विकास, शहर का विस्तार, वाईफाई, सेनिटेशन, ऐतिहासिक धरोहरों व स्थलों का विकास, गंगा समेत अन्य नदियों व घाटों का सुंदरीकरण, आधुनिक संचार माध्यमों से लैस शहर का विकास किया जाएगा। इस योजना में काशी से सटे छोटे शहरों के विकास की रणनीति भी शामिल है।

जॉइंट सेक्रटरी ने दीनापुर स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण भी किया। इसके अलावा सारनाथ के नरोखर में निर्माणाधीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, चौकाघाट स्थित सीवरेज सिस्टम, भदऊ चुंगी में कूड़ा निस्तारण, भैसासुर घाट पर बने पक्के घाट, बेनियाबाग में प्रस्तावित मल्टी स्टोरी वाहन स्टैंड आदि का भी इंस्पेक्शन किया। निरीक्षण के दौरान जल निगम, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, नगर निगम, सीएंडडीएस के ऑफिसर्स मौजूद थे।