- नगर निगम मुख्यालय में हुई इस कार्यकाल की आखिरी कार्यकारिणी बैठक

- बैठक में 18 प्रस्तावों को किया गया पास, नामांतरण शुल्क बढ़ोत्तरी को नहीं किया मंजूर

- बाहर हुआ हंगामा और अंदर प्रस्तावों पर लगती गई मुहर, विकास के मुद्दों पर नहीं हुई चर्चा

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KANPUR : नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में यूं तो विकास के मुद्दे पास होते हैं और उन पर मुहर लगाई जाती है, लेकिन इस आखिरी कार्यकारिणी बैठक में विकास नहीं बल्कि उन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई जिनसे 'राजनीति' जुड़ी है। कुल मिलाकर कार्यकारिणी की अंतिम बैठक मात्र औपचारिकता रही। नगर निगम के बाहर राजनीतिक पार्टियां धरना-प्रदर्शन करती रही लेकिन अंदर उन्हीं के प्रतिनिधियों ने प्रस्तावों पर मुहर लगा दी। नामांतरण शुल्क को कार्यकारिणी ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि चुनाव आने वाले हैं और इसे पास नहीं करेंगे। महापौर ने भी साफ कहा आखिरी कार्यकारिणी जनता को गुस्सा कर नहीं जाएगी।

फ् करोड़ 70 लाख के कार्यो पर मुहर

नगर निगम द्वारा कराए जा रहे ब्क् विकास कार्यो की जानकारी कार्यकारिणी में दी गई। जिसमें लगभग सभी कार्यो के टेंडर भी कर दिए गए और इसमें कई कार्यो को पूरा भी किया जा चुका है। इन सभी कार्यो को कार्यकारिणी ने एक मत से पास कर दिया। इसमें प्रमुख रूप से फॉगिंग मशीन खरीदने, लॉन बुक करने के बाद कैंसिल करने में क्0 परसेंट की कटौती आदि प्रमुख थे, जिसे कार्यकारिणी ने पास कर दिया। मार्गो के नामकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

सपा ने किया जोरदार प्रदर्शन

कार्यकारिणी शुरू होने से पहले नगर निगम मुख्यालय के बाहर सपा ने हाउस टैक्स बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन किया। जबकि हाउस टैक्स को बढ़ाया ही नहीं गया। सपा के पार्षद और कार्यकारिणी के उपसभापति हाजी सुहैल अहमद ने कहा कि हाउस टैक्स के बारे में जानकारी के अभाव की वजह से धरना दिया गया। वहीं पार्टी के लोगों का कहना था कि चुनाव को ध्यान में रखकर धरना दिया गया।

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वोट के लिए नामांतरण श्ाुल्क वापस

कार्यकारिणी के सामने नामांतरण शुल्क के प्रस्ताव को सबसे लास्ट में रखा गया। प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया गया। महापौर जगतवीर सिंह द्रोण ने टैक्स अधीक्षक को तलब करते हुए पूछा कि नामांतरण शुल्क सलाना कितनी आय होती है। जवाब में 70 लाख बताया गया, जिस पर उन्होंने इसे साफ मना कर दिया और कहा कि आखिरी कार्यकारिणी में हम किसी को नाराज नहीं करना चाहते हैं। कार्यकारिणी ने भी इसका समर्थन किया।

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हाउस टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं

इस कार्यकारिणी में हाउस टैक्स मुद्दा नहीं था, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इसी की थी। अपने राजनीतिक फायदे को देखते हुए हर पार्षद को इसकी चिंता थी। कांग्रेस और सपा के लिए यह प्रमुख मुद्दा था। यह मुद्दा भी कार्यकारिणी के सदस्य नवीन पंडित ने उठाया। इस पर नगर आयुक्त ने जवाब देते हुए बताया कि अभी हाउस टैक्स में किसी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।