आरटीओ की तरफ से नहीं होती कार्रवाई

गोरखपुर स्टेशन रोड और कचहरी रोड से चलने वाली डग्गेमार बसों की वजह से रोडवेज को दो करोड़ रुपए का सालाना नुकसान हो रहा है। हालांकि रोडवेज प्रशासन की तरफ से बराबर डग्गेमार बसों की लिस्ट बनाकर आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस को सौंपी जाती है, लेकिन इनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

ट्रैफिक पुलिस की लेनी पड़ेगी मदद

वहीं आरटीओ की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, आरटीओ और रोडवेज की तरफ से बनाई गई टीम के मेंबर्स को डिफरेंट रूट्स पर चेकिंग करनी होती है, लेकिन दोनों टीम के मेंबर्स डग्गेमार बसों के खिलाफ कोई धरपकड़ अभियान नहीं चलाते।

डग्गेमार बसों के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन

डग्गेमार बसों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने रीजनल ऑफिस पर धरना प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे क्षेत्रीय मंत्री सिद्धू प्रसाद ने बताया कि परिवहन विभाग, परिवहन निगम प्रबंधन व सरकार की उदासीनता के कारण समस्याएं आ रही हैं। डग्गेमारी को समाप्त करना रोडवेज की आय में वृद्धि के लिए बहुत जरूरी है।

डग्गेमार बसों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बराबर अभियान चलाया जाता है। इसके लिए नई टीम बनाई जाएगी जो जगह-जगह छापेमारी करेगी।

अतुल जैन, आरएम, यूपीएसआरटीसी गोरखपुर रीजन