- नए डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि क्राइम कंट्रोल पर जल्द ही मिल बैठकर करेंगे बात

- क्राइम और पब्लिक मूवमेंट को कंट्रोल करने का दिया आइडिया

- अभयानंद को बनाया गया डीजी होम गार्ड एंड फायर सर्विसेज

PATNA : मैं पिछले तीन साल से लॉ एंड ऑर्डर से दूर था। इसलिए फिलहाल अपने सहयोगियों से बात कर ही कोई कदम उठाऊंगा। क्राइम कंट्रोल पर खास नजर रहेगी। ये बातें बिहार पुलिस के कप्तान की कमान संभाल रहे नए डीजीपी पीके ठाकुर ने कहीं। लगातार लॉ एंड ऑर्डर में हो रही गिरावट के बाद गवर्नमेंट ने यह फेरबदल किया है। विजिलेंस के डीजी रहे पीके ठाकुर को डीजीपी की कमान और डीजीपी अभयानंद को डीजी होम गार्ड एंड फायर सर्विसेज के पोस्ट पर भेजा गया। हालांकि यह चर्चा का विषय है कि आखिरकार गवर्नमेंट ने ये कड़े कदम क्यूं उठाए। डीजीपी अभयानंद का टेन्योर इसी साल फ्क् दिसंबर को पूरा होना था। उन्हें बीच में ही हटा दिया गया।

कांट्रैक्ट कीलिंग पर नजर

चार्ज लेते हुए पीके ठाकुर ने कहा कि वो हर हाल में किडनैपिंग और कांट्रैक्ट कीलिंग जैसी वारदातों को रोकने का प्रयास करेंगे। साथ ही बिजली पानी के लिए लॉ एंड ऑर्डर की आ रही प्रॉब्लम को भी खास तरीके से हल करने के लिए संबंधित ऑफिसर्स से बात की जाएगी। थाना लेवल पर ही जो कमियां हैं उनसे निपटने के प्रयास जारी रहेंगे। पब्लिक के साथ अच्छा बिहेव हो इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे, जो ऑफिसर्स इन मामलों में कमजोर दिखेंगे उन पर सख्त कार्रवाई होगी। ड्यूटी पर हर हाल में आचरण अच्छा होना चाहिए।

एजेंसी से होगी बात

आतंकी घटनाओं और नक्सली एक्टिविटी को कंट्रोल करने के लिए संबंधित एजेंसी से बातचीत की जाएगी। उनके मूवमेंट पर नजर रखने और प्लान को भी चॉक आउट किया जाएगा। साथ ही केसेज के निपटारे में खासतौर से साइंटिफिक साक्ष्य के आधार पर कार्यवाई की जाएगी। पुलिस ऑफिसर्स की हाउसिंग प्राब्लम को दूर करने के उपाय किए जाएंगे। इस मौके पर डीजी ट्रेनिंग पीएन राय, डीजी पुलिस अकादमी सुनीत कुमार, एडीजी एसके भारद्वाज सहित कई सीनियर ऑफिसर्स मौजूद थे।