एक्शन
डीजीपी के आदेश पर तबादले की प्रक्रिया शुरू
थाने से बाहर होंगे पुराने दरोगा बाबू
- एक साल से तैनात पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज
- सपा के इशारे पर खराब कर रहे सरकार की छवि खराब
मेरठ : सपा सरकार में थानों में मलाईदार पोस्टों पर तैनात सभी इंस्पेक्टर, दरोगा व कांस्टेबलों को थाने से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। डीजीपी के फरमान से पुलिस अधिकारियों में खलबली मची हुई है। एसएसपी ने कहा कि ऐसे सभी पुलिस कर्मियों को चिह्नित किया जा रहा है। उन्हें दो दिन के भीतर थाने से हटा दिया जाएगा।
इंस्पेक्टरों की तैनाती
प्रदेश सरकार को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि अभी भी प्रदेश के सभी थानों में सपा सरकार के चाहने वाले पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबलों की तैनाती है, जिससे फरियादियों की थानों में सुनवाई नहीं हो रही है। सपा सरकार से मिले हुए कुछ पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबल जनता के बीच प्रदेश सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं।
ये है आदेश
डीजीपी सुलखान सिंह ने प्रदेश के सभी पुलिस कप्तानों को फरमान जारी किया है कि पिछले एक साल से जिले के सभी थानों, सीओ पेशी समेत सभी स्थानों पर पोस्टिंग पाने वाले पुलिस इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर व पुलिस कांस्टेबलों को चिह्नित करके तुरंत थाने से हटाया जाएगा। उनकी जगह अन्य इंस्पेक्टर व पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाए। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि डीजीपी के आदेश के अनुसार पिछले एक साल से तैनात सभी पुलिसकर्मियों को ट्रांसफर किया जाएगा।
दो हजार होंगे प्रभावित
मेरठ में इस समय तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी थानों व अन्य स्थानों पर तैनात हैं। इस आदेश से कम से कम दो हजार पुलिसकर्मी प्रभावित होंगे। कई मठाधीशों को इस आदेश से काफी नुकसान होगा। वह कई सालों से एक ही थानों में तैनात हैं। लोगों से अवैध वसूली कर रहे हैं। जिससे थानों में सुनवाई नहीं होती है।
------
डीजीपी के आदेश के अनुसार पिछले एक साल से थानों में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को हटाकर दूसरे थानों में ट्रांसफर किया जा रहा है।
-मंजिल सैनी एसएसपी
3000 पुलिसकर्मी मेरठ में
2000 पुलिसकर्मी होंगे प्रभावित
1 सप्ताह में होगा आदेश का पालन
2 दिन पहले आया है आदेश
29 थाने हैं जिला मेरठ में
200 पुलिसकर्मी हैं अंडर ट्रांसफर
350 हैं रिटायरमेंट के नजदीक
400 पुलिसकर्मी हैं कई सालों से थानों में तैनात