- साइबर क्राइम पुलिस के लिए चुनौती-डीजीपी

-साइबर से जुड़े कानून को भी मजबूत करने की जरूरत

LUCKNOW: साइबर क्राइम पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। सिर्फ हम और आप इससे प्रभावित नहीं हैं, बल्कि अमेरिका से लेकर बंगलादेश तक इससे प्रभावित हैं। यह कहना है प्रदेश के पुलिस मुखिया डीजीपी सैयद जावीद अहमद का। शनिवार को एक निजी होटल में आयोजित साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी पर आयोजित कांफ्रेंस में डीजीपी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम में नई तरह के मामले सामने आ रहे हैं। जिससे निपटना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। कई बार ऐसे चैलेंजेज भी सामने आते हैं कि विक्टिम के साथ घटना होती है, लेकिन विक्टिम अपनी इमेज बचाने के लिए मानने को तैयार नहीं होता कि उसके साथ घटना हुई है।

शरारती तत्वों को बेनकाब करने की कोशिश

डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम कानून व्यवस्था के लिए भी अक्सर चुनौती साबित होते हैं। उदाहरण के तौर पर यूपी के एक हिस्से में सिर्फ कुछ विडियो और फोटो के वायरल होने से माहौल खराब हो गया, जिन तस्वीरों को उन स्थानों से कोई संबंध नहीं था। पुलिस भी इसकी रोकथाम के लिए काम कर रही है और साइबर थाने और सेल की मदद से घटनाओं को रोकने और ऐसे शरारती तत्वों को बेनकाब करने की कोशिश हो रही है।

साइबर कानून को मजबूत करने की जरूरत

डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम पूरी दुनिया के लिए चैलेंज है। उन्होंने कहा कि क्राइम किसी देश में हो रहा है, किया किसी और देश से जा रहा है और प्रभावित किसी और देश के लोग हो रहे हैं। ऐसे में साइबर क्राइम के मामलों में उन देशों से हमारे क्या संबंध हैं, यह भी मायने रखता है। जितने भी सोशल मीडिया के प्लेटफार्म हैं, सबके सर्वर विदेशों में हैं। जहां से जानकारी लेना आसान नहीं होता। ऐसे में इन देशों के साथ साइबर क्राइम के कानून को मजबूत करने की भी जरूरत है।

कार्पोरेट सेक्टर को आना होगा आगे

डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम को लेकर कार्पोरेट सेक्टर अपने यहां की जा रही नई रिसर्च और नए तरीकों को पुलिस से शेयर करे तो यकीनन ये समाज की बेहतरी के लिए अच्छा कदम होगा। डीजीपी ने बताया कि नोएडा में साइबर लैब का जल्द ही उद्घाटन हो रहा है, इससे पुलिस बल को काफी सहायता मिलेगी।

समझदारी से करें ई-कामर्स का इस्तेमाल

आजकल ई-कामर्स का दौर है। लोग छोटी-छोटी जरूरत की चीजें भी ऑनलाइन खरीद रहे हैं। लेकिन, पेमेंट करते समय वह ट‌र्म्स एंड कंडीशन पर ध्यान नहीं देते। आप टमाटर लेने जाते हैं तो सब्जी वाले से दस तरह के सवाल पूछते हैं। लेकिन जब आनलाइन पेमेंट की बारी आती है तो बिना ट‌र्म्स एंड कंडीशन पढ़े ही सीधे एक्सेप्ट कर लेते हैं। ऐसे में कई बार धोखा होता है लोगों के साथ।

दो दिन चलेगी वर्कशॉप

साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी को लेकर शुरू की गयी वर्कशॉप दो दिन चलेगी। शनिवार को उद्घाटन पर डीजीपी के साथ एडीजी पुलिस भर्ती बोर्ड एसएन साबत, आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश, एसएसपी राजेश पांडेय के अलावा आइजी भर्ती बोर्ड मोहित अग्रवाल, एडीशनल एसपी एसटीएफ डॉ अरविंद चतुर्वेदी समेत कई साइबर एक्सपर्ट ने साइबर क्राइम से बचने के टिप्स दिये।