-2014 बैच के आइपीएस अधिकारियों ने सीखे पुलिसिंग के गुर

-कमजोर और मजबूर लोगों की करें मदद-डीजीपी

LUCKNOW: डीजीपी जावीद अहमद ने मंगलवार को यूपी कैडर के 2014 बैच के आईपीएस अफसरों को पुलिसिंग के गुर सिखाये। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि निजी और सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी बेहद जरूरी है। संवेदनशीलता पर जोर देते हुए डीजीपी ने कमजोर और मजबूर व्यक्ति की मदद को पेशागत और मानवीय जरूरत बताया। मंगलवार को पुलिसिंग सीखने डीजीपी आफिस आये प्रशिक्षुओं के लिए सभागार में मीटिंग रखी गयी थी।

दूसरे अधिकारियों ने भी सिखाये पुलिसिंग के गुर

एडीजी कार्मिक भावेश कुमार सिंह ने प्रदेश में पुलिस फोर्स, उनकी कार्यशैली और उनके विविध कार्यो की जानकारी दी। एडीजी क्राइम एचसी अवस्थी और आइजी क्राइम आरके स्वर्णकार ने प्रदेश में क्राइम कंट्रोल के मंत्र दिए। एडीजी लॉ एंड आर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने कानून-व्यवस्था को लेकर उत्पन्न चुनौतियों और उसमें पुलिस की भूमिका को लेकर अपने एक्सपीरियंस शेयर किये। आईजी एसटीएफ सुजीत पाण्डेय ने विशेष तरीके से किये जाने वाले कार्यो में तत्परता, सतर्कता और धैर्य रखने पर जोर दिया। आईजी ने बताया कि हाईटेक युग में अपराधी भी हाईटेक हो गये हैं। ऐसे में पुलिस के सामने बड़ा चैलेंज भी पैदा हो रहा है।

यह हैं यूपी के 2014 बैच के आईपीएस

यूपी कैडर के लिए जो आईपीएस चुने गये हैं उनमें अनूप कुमार सिंह, अभिनंदन, रवीना त्यागी, मणिलाल पाटीदार, अंकित मित्तल, श्लोक कुमार, मीनाक्षी गुप्ता, विक्रांत वीर, विनीत जायसवाल, संजीव सुमन, रईस अख्तर, सु¨रदर कुमार दास, चारू निगम, प्रशांत वर्मा और गौरव बंशवाल शामिल हैं। इनमें सिर्फ 12 ही प्रशिक्षु आफिसर डीजीपी की क्लास में मौजूद रहे। डीजीपी ने इन अधिकारियों को लंच पर भी इंवाइट किया। यह प्रशिक्षु अधिकारी अभी छह दिनों तक लखनऊ में रहकर मानवाधिकार, पीएसी, इओडब्ल्यू, एसआईटी, फायर सर्विसेज, सीबीसीआइडी, एंटी करप्शन और सतर्कता विभाग की कार्यशैली की जानकारी हासिल करेंगे।