PATNA: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे पूरे एक्शन मोड में दिख रहे हैं। क्राइम कंट्रोल करने और पुलिस की व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए वो खुद थाने में औचक निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं। शनिवार की रात वो एसकपुरी और गर्दनीबाग थाने पहुंचे गए। थाने पहुंचते ही उन्होंने फाइल मंगा ली। फाइल देखकर वो भड़क गए। फाइल अधूरी मिली। इस पर भड़क गए। तत्काल उन्होंने एसएचओ को थाना बुलाया और फाइल अधूरी होने के कारण पूछा तो एसएचओ को कोई जवाब नहीं पाए। इस पर उन्होंने तत्काल पेंडिंग मामले को पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद वो लॉकअप में बंद एक युवक के पास गए। उससे पूछा कि किस अपराध में बंद हो। इसके बाद उन्होंने एसएचओ से कागज मांगा। कागजी कार्रवाई नहीं होने के कारण वो फिर से भड़क गए। उन्होंने तत्काल एसकेपुरी थाना प्रभारी कृष्ण कुमार देवेकर और गर्दनीबाग एसएचओ मनोरंजन भारती को सस्पेंड कर दिया।

थाने पहुंचे डीआईजी और एसपी

डीजीपी रात करीब 12 से 1 बजे तक गर्दनीबाग और एसकेपुरी थाने पहुंचे थे। जैसे ही पुलिस के आला अधिकारियों को डीजीपी के थाने में होने की जानकारी मिले सभी थाने पहुंच गए। कार्रवाई के आदेश के बाद डीजीपी ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर में कोई भी कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। हर हाल में अपराध पर अंकुश लगाना है और लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

अचानक पहुंच गए थे एसएसपी कार्यालय

ऐसा नहीं है कि डीजीपी पहली बार औचक निरीक्षण पर निकले हैं। इससे पहले भी कई थाने में औचक पहुंचे थे। वहां पर उन्हे जब कोई खामी नहीं मिली तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को साबासी भी दी। पिछले सप्ताह पटना एसएसपी गरिमा मलिक रात में क्राइम मीटिंग ले रहे थे। इस दौरान डीजीपी थाने पहुंच गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों से चर्चा की।