- डीएम गौतमबुद्धनगर ने इंस्पेक्टरों की तैनाती के आदेश पर दस्तखत करने से इंकार किया

- डीजीपी ने साधी चुप्पी, सीएम से मिलकर आईपीएस की नाराजगी की देंगे जानकारी

LUCKNOW :

इंस्पेक्टरों की तैनाती में डीएम की अनुमति लिए जाने के मामले में आईएएस अफसरों ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सूबे के आईपीएस अफसर सुबह से इस विवाद पर मंथन कर रहे थे कि शाम छह बजे गौतमबुद्धनगर के डीएम ब्रजेश नारायण सिंह ने सात इंस्पेक्टरों की तैनाती के आदेश का अनुमोदन करने से इंकार करते हुए एसएसपी अजय पाल साहनी को फाइल वापस लौटा दी। इससे साफ हो गया कि इस अधिकार पर आईएएस कोई समझौता करने को तैयार नहीं है। चंद मिनटों के भीतर ही यह डीएम का पत्र वायरल हो गया और जिससे आईपीएस अफसरों की नाराजगी बढ़ गयी। सूत्रों की मानें तो डीजीपी इसे लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे और उन्हें अफसरों की नाराजगी और इस बाबत जारी हुए अदालती आदेशों की जानकारी देंगे। वहीं आईपीएस एसोसिएशन ने चुप्पी साध रखी है।

डीएम को क्यों नहीं हटाते

सूत्रों की मानें तो शुक्रवार सुबह होने वाली डीजीपी की बैठक में आईपीएस अफसरों ने इस विवाद को लेकर डीजीपी से गहरी नाराजगी जताई है। कुछ अफसरों ने यह तक कहा कि अगर कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी डीएम की है तो इलाहाबाद में घटना के बाद केवल एसएसपी को क्यों हटाया गया। दरअसल गुरुवार को ऑल इंडिया आईपीएस एसोसिएशन द्वारा इस फैसले के विरोध में किये गये ट्वीट के बाद आईपीएस अफसरों ने अपनी नाराजगी जताना शुरू कर दिया था। डीजीपी मुख्यालय में भी इस बाबत पूर्व में हुए सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश जुटाए जा रहे थे। ध्यान रहे कि कुछ माह पूर्व क्राइम मीटिंग भी डीएम द्वारा लिए जाने का आदेश सुर्खियों में आने के बाद आईएएस और आईपीएस अफसरों के रिश्ते तल्ख हो गये थे। यह मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंचा था।

शासन की मंशा के विपरीत

खास बात यह है कि एसएसपी को वापस भेजे प्रस्ताव में डीएम गौतमबुद्धनगर ने टिप्पणी की है कि कि आप इसका आदेश पहले ही जारी कर चुके हैं। मेरी जानकारी के मुताबिक इंस्पेक्टरों ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। अब मैं साइन करूंगा तो जनता के बीच गलत संदेश जाएगा कि मैंने शासन की मंशा के विपरीत कार्य किया है। वहीं इससे पहले सुबह कई आईपीएस अफसरों ने डीजीपी ओपी सिंह के सामने इसे लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की। सूत्रों की मानें तो डीजीपी के सामने आक्रोशित अफसरों ने कहा कि इलाहाबाद में घटना होने पर एसएसपी को हटाया गया है तो फिर डीएम को क्यों नहीं.सूत्रों के मुताबिक डीजीपी ने उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर यह इसे सुलझाने का अनुरोध करने का आश्वासन दिया है।