- सिपाही का जाना हाल, परिजनों से मिले

आगरा। डीजीपी की दस्तक के साथ ही जिले भर का महकमा अलर्ट हो गया। थानेदारों में खलबली मच गई। सफाई शुरू हो गई। फरियादियों के बैठने की व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है। पुलिस मुखिया को व्यवस्थाएं चकाचक मिलें, इसके लिए थानेदार से लेकर सर्किल ऑफिसर तक पसीने छुड़ाते रहे। आज डीजीपी पुलिस की क्लास लेंगे।

एक थाने का करना है निरीक्षण

डीजीपी द्वारा किसी सिटी के किसी एक थाने का निरीक्षण प्रस्तावित है। हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने थानों की स्थिति ठीक रखने के आदेश दिए हैं। थानों में पानी की व्यवस्था। फरियादियों के बैठने की व्यवस्था। थानों की साफ सफाई आदि की व्यवस्था पर विशेष बल रहा। निरीक्षण की बात पर महकमे की हवाईयां उड़ी रहीं। डीजीपी के आते ही सिटी के थानों में युद्ध स्तर पर सफाई शुरु हो गई। थानों में खड़े चोरी में बरामद व लावारिस वाहनों को हटा दिया। झाड़ू के साथ रंग-रोगन होना शुरु हो गया। देखते ही देखते थानों की सूरत बदल गई। आज डीजीपी किसी भी एक थाने का निरीक्षण कर सकते हैं।

आज लगेगी पुलिस की क्लास

डीजीपी आज लाइन में अधिकारियों की क्लास लेंगे। हाल ही में शहर में लगातार क्राइम की घटना हुई है। इनमें चोरी की संख्या अधिक है। एक डकैती भी पुलिस की जांच की लिस्ट में शामिल है। आज जिले में अपराध को लेकर डीजीपी अधिकारियों से जवाब-तलब करेंगे।

एसपी ट्रैफिक उतरे सड़क पर

सुबह जब डीजीपी हॉस्पिटल पहुंचे तब हॉस्पिटल के पास तमाम वाहन खड़े हुए थे। पुलिस ने वाहनों का हटाना शुरु कर दिया। यहां पर वाहन रोड पर ही खड़े रहते हैं। एसपी ट्रैफिक डॉ। एसपी सिंह भी हॉस्पिटल के रोड पर आ गए और खड़े वाहनों को वहां से हटवाकर जगह खाली कराई। इसी के कुछ देर बाद डीजीपी वहां पहुंच गए।

दरगाह पर की चादरपोशी

डीजीपी दोपहर में निजी कार्यक्रम के लिए मदिया कटरा रोड पर स्थित आवास पर आए। जब तक वह यहां पर रहे तब तक पुलिस की सांसे अटकी रही। चौराहे और रोड की व्यवस्था बेहतर दिखी। सड़क पर नाम के लिए भी जाम नहीं था वैसे इन रोडों पर हमेशा जाम के हालात बने रहते हैं। डीजीपी देर शाम फतेहपुर सीकरी स्थित सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर भी पहुंचे। यहां उन्होंने चादरपोशी की और 20 मिनट तक दरगाह पर रहे। इस दौरान उनके साथ एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह भी मौजूद रहे।

डीजीपी जाने के बाद सिपाही ने तोड़ा दम

पुलिस के मुखिया फीरोजाबाद से गंभीर अवस्था में एडमिट किए सिपाही का हाल जानने आगरा पहुंचे। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। डीजीपी के जाने के कुछ समय बाद सिपाही ने दम तोड़ दिया। हालांकि डीजीपी ने अवैध खनन के सवाल को टाल गए हैं। इसके बाद वह अपने निजी कार्यक्रम में चले गए।

आईसीयू में बुलाए परिजन

आवास विकास कॉलोनी हाथरस निवासी रवि रावत पुत्र राकेश कुमार 2011 बैच का सिपाही है। पहले उसकी तैनाती सुल्तानपुरा फिर अलीगढ़ इसके बाद फीरोजाबाद में हुई। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। पत्‍‌नी हितेश दो साल की बेटी और छह महीने के बेटे के साथ गांव में ही रहती है। रवि फीरोजाबाद के थाना नारखी में यूपी-100 की गाड़ी पर तैनात था। शनिवार सुबह बालू खनन करके आ रहे ट्रैक्टर चालक ने उस पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था, इससे सिपाही की उपचार के दौरान मौत हो गई। सिपाही की हालत गंभीर थी। उसे एम्स ले जाने की चर्चा थी। उसे देखने के लिए दोपहर 11:49 बजे डीजीपी, आईजी सुजीत पांडेय और डीआईजी महेश कुमार मिश्र के साथ दिल्ली गेट स्थित हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर सिपाही की स्थिति जानी। फिर आईसीयू में परिजनों को बुलाकर बात की। डीजीपी ने परिजनों को आश्वासन दिया। उस दौरान सिपाही वेंटीलेटर पर था। डीजीपी सिपाही के परिजनों से मिलकर होटल की तरफ निकल गए। उनके जाते ही दोपहर 2:32 पर सिपाही ने दम तोड़ दिया। सिपाही की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का कहना कि सिपाही के दो छोटे बच्चे हैं।