डीजीपी शहर में, थम नहीं रहा वारदातों का सिलसिला

बड़े अपराधों पर पुलिस के हाथ अभी भी हैं खाली

आगरा। डीजीपी सुलखान सिंह सिटी में अपराध की समीक्षा करने आए हैं। सिटी की पुलिस ने जवाब देने के लिए कमर कस ली है, लेकिन कई मामले ऐसे हैं, जो अभी तक अनसुलझे हैं। इनमें पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। डीजीपी आज अधिकारियों की बैठक लेंगे। हाल ही में सराफाओं के साथ लूटपाट की बड़ी वारदातें हुई हैं, जिनमें पुलिस के हाथ खाली हैं।

दयालबाग निवासी आराम सिंह की पत्‍‌नी को पड़ोसी ले गया और मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दो बार आरोपी को पकड़ा और छोड़ दिया। मामले में पीडि़त ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उसका कहना था कि पुलिस यदि चाहती तो उसकी पत्‍‌नी बच सकती थी।

दयालबाग में बुजुर्ग महिला की हत्या उसकी प्रॉपट्री हड़पने की वजह से किराएदार ने ही कर दी थी। शव नहर में फेंक दिया। इस मामले में भी पुलिस ने आरोपी को पकड़कर छोड़ दिया। ऐसे में पुलिस की लापरवाही पर डीजीपी का क्या एक्शन होगा, यह देखने वाली बात होगी।

बीस रुपये के चक्कर में सिकंदरा गैलाना में परचून दुकानदार 65 वर्षीय उदयराम को गोली मार मौत के घाट उतार दिया गया। इस मामले में लोगों ने हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए कैंडल मार्च निकाला। लेकिन हत्यारोपी हाथ नहीं लग सका।

रुनकता में सराफा व्यवसायी दिनेश अग्रवाल को गोली मार कर लूटपाट की। उसकी हालत गंभीर है, लेकिन 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली बने हुए हैं। क्षेत्रीय वाशिंदे दहशत भरे माहौल में जी रहे हैं। साथ ही पुलिस के खिलाफ गुस्साए भी हैं।