सामाजिक व्यवस्था विषय पर चौथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

आयोजन में ग्यारह देशों के प्रतिनिधि शामिल होकर अपना शोध पत्र पढ़ेंगे। यह जानकारी सोमवार को नालंदा विवि की कुलपति प्रो। सुनैना सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी। प्रो। सिंह के अनुसार धर्म-धम्म परंपरा में राज्य और सामाजिक व्यवस्था विषय पर यह चौथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है। जिसका आयोजन नालंदा विवि के साथ ही इंडिया फाउंडेशन, विदेश मंत्रालय, वियतनाम बौद्ध विवि और हो वी मिन्ह सिटी के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।

नालंदा विश्वविद्यालय की प्राचीन गौरवमयी परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास

उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विश्व की धार्मिक परंपरा की समानताओं को पहचानना और उन्हें नई वैश्विक परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में देखने के प्रयास करना है। प्रो। सिंह ने कहा कि यह सम्मेलन नालंदा विश्वविद्यालय की प्राचीन गौरवमयी परंपरा को पुनर्जीवित करने तथा एशिया के देशों को जोड़ने के उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

100 से अधिक विद्वान पढ़ेंगे शोधपत्र

तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में ग्यारह देशों के चिंतक, अध्यापक तथा शोधार्थी भाग लेंगे। प्रमुख सहभागियों में अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू, अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ वैदिक स्टडीज के डॉ। डेविड फ्रौली, वियतनाम बुद्धिस्ट यूनिवर्सिटी के प्रो। थिच नहात प्रमुख हैं। ये सम्मेलन में अपने शोधपत्र पढ़ेंगे।