- सपा प्रत्याशी महाराज सिंह धनगर ने लगवा रखे हैं सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर्स

- आचार संहिता के अनुसार इन जगहों पर नहीं लगाए जा सकते हैं प्रचार के लिए पोस्टर्स

- सत्ता की हनक में सपा प्रत्याशी महाराज सिंह धनगर कानून को दिखा रहे हैं ठेंगा

AGRA। इन्हें कानून से क्या मतलब, कानून और प्रशासन तो इनकी जेब में है। इन पर कार्रवाई करने से प्रशासन भी हिचक रहा है। सूबे में सरकार सपा प्रत्याशी की है शायद इसीलिए प्रदेश में साइकिल की सवारी करने वालों पर जिला प्रशासन नरमी दिखा रहा है। अगर ऐसा नहीं होता तो आगरा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी (एसपी) कैंडिडेट महाराज सिंह धनगर के नाम चुनावी पोस्टर्स सार्वजनिक स्थलों पर नहीं लगे होते। ये सत्ता का ही नशा है कि कैंडिडेट के इशारे पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को शहर के विभिन्न एरिया में पोस्टर्स चिपकाने में बिल्कुल डर महसूस नहीं कर रहे हैं।

चौराहे-तिराहे हर जगह पोस्टर

एसपी कैंडिडेट महाराज सिंह धनगर के चुनावी प्रचार वाले इन पोस्टर्स को चौराहे-तिराहे हर जगह लगा दिया गया है। हरीपर्वत चौराहे से कैलाशपुरी की ओर जाने वाले रास्ते में मदिया कटरा रेलवे लाइन के पुल के पास वाले महाराजा अग्रसेन चौक की चाहरदीवारी पर कैंडिडेट की ओर से पोस्टर्स लगवाए गए हैं। इसके साथ ही खंदारी एरिया स्थित आरबीएस डिग्री और इंटर कॉलेज के पास स्थित चौराहे पर स्थित पुलिस बूथ पर भी धनगर के पोस्टर्स लगाए गए हैं। इसके साथ मदिया कटरा रोड पर तमाम प्राइवेट संपत्तियों के बाहर इन पोस्टर्स को मनमाने ढंग से चिपका दिया गया है। अपने फेवर में वोट मांगने के लिए लगाए गए एसपी कैंडिडेट धनगर ने सिटी में लगे साइन बो‌र्ड्स तक को नहीं छोड़ा।

आचार संहिता का है हनन

प्राइवेट और पब्लिक प्रॉपर्टी पर मनमाने ढंग से चुनावी पोस्टर्स लगाना आदर्श आचार संहिता का हनन है। कायदे से प्राइवेट प्रॉपर्टी पर संबंधित ऑनर की इजाजत लेने के बाद ही इस तरह का पोस्टर लगाया जा सकता है। जबकि पब्लिक प्रॉपर्टी पर तो किसी भी सूरत में इस तरह से चुनावी प्रचार के लिए कतई पोस्टर्स नहीं लगाए जा सकते हैं।

'इस तरह से किसी भी पार्टी या निर्दलीय कैंडिडेट ओर से चुनावी प्रचार करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस मामले को दिखवा कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी.'

- प्रेम प्रकाश पाल, प्रभारी आदर्श आचार संहिता और एडीएम सिटी