RANCHI : रांची सहित पूरे राज्य में किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को अब सदर अस्पतालों में जल्द ही डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के सभी 24 जिलों में स्थित सदर अस्पतालों में यह सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए सभी सदर अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। झारखंड के डायलिसिस सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ यूसी सिन्हा ने बताया कि सभी सदर अस्पतालों में डायलिसिस सेंटर चलाने के लिए जगह तैयार कर लिया गया है। अब प्राइवेट एजेंसी का चयन किया जा रहा है, जो इसका संचालन करेगी। अक्टूबर तक एजेंसी के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और नवंबर से सभी जगह सेंटर शुरू कर दिया जाएगा।

7 साल करना होगा संचालन

डायलिसिस सेंटर को चलाने के लिए पीपीपी मोड पर एजेंसी का चयन किया जाएगा, जिस एजेंसी का चयन किया जाएगा उसको डायलिसिस सेंटर में जितने भी इक्विपमेंट्स की जरूरत होती है वो उपलब्ध कराना होगा। साथ ही टेक्निशियन सहित दूसरी सभी जरूरत की चीजें एजेंसी को ही व्यवस्था करनी होगा। इसके एवज में प्राइवेट संस्थान मरीजों से डायलिसिस का चार्ज लेंगे। सरकार द्वारा शुरुआत में 7 वषरें तक डायलिसिस सेंटर संचालन करने की जिम्मेवारी प्राइवेट एजेंसी को देने का निर्णय लिया गया है।

1047 रुपए लगेंगे चार्ज

किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को हर महीने डायलिसिस कराना होता है। सदर अस्पतालों में जो डायलिसिस होगा उसके लिए सरकार ने चार्ज भी तय कर दिया है। डायलिसिस के एिल एपीएल मरीजों को 1047 रुपए देने होंगे। इसके अलावा जो बीपीएल मरीज होंगे उनका पैसा सरकार खुद से वाहन करेगी।

10 बेड की यूनिट

डॉ यूसी सिन्हा ने बताया कि सभी सदर अस्पतालों में 10 बेड का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। सदर हास्पिटल में डायलिसिस यूनिट 10 बेड की होगी, ऐसे में एक बार में दस मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा, इस तरह अधिक से अधिक मरीजों का डायलिसिस एक दिन में हो सकेगा। शुरुआत में 8 अस्पतालों में यह सेवा शुरू करने की निर्णय लिया गया था अब सभी 24 जिलों में इसकी शुरुआत होगी। सभी सदर अस्पतालों में जगह और बिजली की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी। संचालन और देखरेख की जिम्मेवारी एजेंसी की होगी।

प्राइवेट में डायलिसिस चार्ज 2000 रुपए

किडनी फेल्योर हो जाने के बाद मरीजों को डायलिसिस की सलाह दी जाती है, ताकि किडनी ट्रासप्लांट होने तक उन्हें राहत मिल सके। वहीं, कहीं भी आने-जाने में मरीज को परेशानी नहीं होती है। ऐसे में एक सीटिंग का दो हजार रुपए तक प्राइवेट सेंटरों में चार्ज किया जाता है। अब सदर अस्पताल में ये आधे पैसे में ही हो जाएगा।

वर्जन

झारखंड के सभी सदर अस्पतालों में डायलिसिस सेंटर शुरू किया जाएगा। इसका संचालन पीपीपी मोड पर किया जाएगा। इसके लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नवंबर से यह सेवा शुरू हो जाएगी।

डॉ यूसी सिन्हा, नोडल ऑफिसर, डायलिसिस सेंटर, झारखंड