RANCHI : क्राइसिस मैनेजमेंट में राज्य का डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट फ्लॉप साबित हो रहा है। इसकी बानगी फिर देखने को मिली है। कांके के बोड़ेया में कोल्ड स्टोरेज के जमींदोज हुए 48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन राहत कार्य चलाना तो दूर मलबा हटाने का भी काम शुरू नहीं सका है। गुरुवार देर शाम आपदा प्रबंधन की टीम यहां आई तो जरूर, पर सिर्फ यह जानकारी लेकर लौट गई कि कोई मजदूर यहां दबा तो नहीं। एनडीआरएफ का कहना है कि वे निर्देश मिलने के बाद ही मलबा हटाने का काम शुरू करेंगे।

बारिश से निपटने में भी नाकाम

पिछले पांच दिनों से लगातार व झमाझम बारिश से सड़कें तालाब बन चुकी हैं। शहर के ज्यादातर इलाके टापू बने हुए हैं। करीब पांच हजार से ज्यादा घरों में बारिश का पानी भरा हुआ है। इस बारिश की वजह से हादसे भी हो रहे हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से किसी तरह की ठोस पहल नहीं की जा रही है।

नहीं मिलती कोई जानकारी

एक तरफ बोड़ेया में कोल्ड स्टोरेज जमींदोज हो गई, तो दूसरी ओर लगातार पांच दिनों तक हुई बारिश से पूरे शहर में कई घरों तक में पानी घुस आया। लोग मदद करने के लिए सम्पर्क करना चाह रहे थे, लेकिन कुछ सुचना नहीं मिली। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल, सहित कई स्थान जहां लोग पानी का भराव होने से राहगीर व वाहन चालक परेशान रहे। लेकिन उनकी मदद के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से नहीं की गई थी।

सिर्फ नाम का है विभाग

दरअसल झारखंड में डिजास्टर मैनेजमेंट प्राधिकार का गठन तो किया गया है, लेकिन इसके लिए एडमिनिस्ट्रेटिव विंग नहीं है। राज्य और जिला स्तर पर आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर और आपदा प्रबंधन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट और आपदा रिस्पांस फोर्स प्रॉपर वे में फंक्शन नहीं कर रही है। इतना ही नहीं रांची जैसे कई जिलों में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी तक नही हैं। मैन पावर की भी कमी है। बस नाम का विभाग चल रहा है। आपदा होने पर तत्काल कोई राहत नहीं मिलती है।

चिन्हित किए गए हैं कई इलाके

डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से शहर के 28 जगहों को चिन्हित किया गया है, जहां बरसात आने के पहले पानी निकासी की व्यवस्था की जानी थी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लोहरा कोच्चा, धोबी मोहल्ला, दर्जी मोहल्ला और हिंदपीढ़ी इलाके चिन्हित किए गए हैं, जहां बरसात के मौसम में जल जमाव का खतरा सबसे ज्यादा बना रहता है। इन इलाकों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था होनी है, लेकिन वह फेल कर गया है।

एयरोटेक इंजीनियरिंग कंपनी पर एफआईआर दर्ज

कांके के बोडे़या में छह मंजिला कोल्ड स्टोरेज के जमींदोज होने के मामले में एयरटेक इंजीनियरिंग कंपनी के खिलाफ कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। वेजफेड कॉ-ऑपरेटिव के अधिकारी जयदेव सिंह ने यह मामला दर्ज कराया है। उन्होंने एफआईआर में कहा है कि करीब डेढ़ साल पहले ही कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य पूरा हुआ था। लेकिन, घटिया क्वालिटी के मैटेरियल्स का इस्तेमाल किए जाने की वजह से यह शुरू होने के मात्र छह माह के अंदर ही धाराशायी हो गया। इधर, सरकार ने भी इस घटना के बाद एयरटेक इंजीनियरिंग को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है।