MATHURA (11 April): आज से जनपद में डीजल के ऑटो सड़क पर नहीं दिखाई देंगे। इस फरमान से ऑटो चालकों में हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार को ऑटो-टेम्पो चालक एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर समस्या समाधान की मांग की है। एसोसिएशन ने जिलाध्यक्ष जहीर खान के नेतृत्व में डीएम को ज्ञापन दिया है। पीडि़त ऑटो चालकों ने कहा कि यदि ऑटो बंद कराने पड़े तो एआरटीओ को भी निर्देश दिए जाएं कि सीएनजी के परमिट सीधे ऑटो चालकों को ही दिए जाएं। ऑटो एजेंसी वाले परमिट की फीस 1600 रुपये के स्थान पर 25 से 30 हजार रुपया तक वसूल करते हैं। ऑटो चालकों ने सपा के महानगर अध्यक्ष डॉ। अशोक अग्रवाल ने भी मुलाकात की।

ये रहे मौजूद

नरेंद्र कुमार, मोहन, अशोक कुमार, मोनू, सुरेश शर्मा, प्रहलाद सिंह आदि उपस्थित थे। बृज यातायात एवं पर्यावरण जनजागरूकता समिति द्वारा भी एआरटीओ को मांग पत्र सौंपा। समिति अध्यक्ष विनोद दीक्षित, महेंद्र, संजय अग्रवाल, कौशल सिंह आदि शामिल थे ।

यदि आज से डीजल के ऑटो पर बैन लगा दिया गया, तो शहर में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रोजाना सैकड़ों यात्री ऑटो से सफर करते हैं। जेनर्म बसों के सही समय पर न चलने से लोगों को ऑटो का ही सहारा लेना पड़ता है।

वृंदावन में प्रदर्शन

डीजल ऑटो पर पाबंदी को लेकर वृंदावन में सेामवार को टेंपो चालकों ने मथुरा

रोड पर प्रदर्शन किया। इस आदेश को वापस लेने की मांग की। मथुरा-वृंदावन के बीच करीब 500 टेंपो दौड़ते हैं। इनमें तकरीबन 50 ही सीएनजी चालित हैं। डीजल चालित टेंपो मंगलवार से दौड़ने बंद हो जाएंगे। इससे राहगीरों का परेशान होना तय है। जेनर्म बसों का संचालन शुरू नहीं किया तो राहगीरों की मुश्किल बढ़ जाएंगी।