- खेल सचिव शैलेश बगोली एक साल की स्टडी लीव पर गए

- सबकी निगाहें अब मुख्यमंत्री पर, किसको मिलेगी नई जिम्मेदारी

>DEHRADUN: अगले साल सूबे में 38वें नेशनल गेम्स होने हैं। तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन एन मौके पर खेल सचिव शैलेश बगोली एक साल की स्टडी लीव पर चले गए हैं। जिस कारण अब नेशनल गेम्स की तैयारियों को झटका लगने की उम्मीद है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर टिकी हैं कि वह नए खेल सचिव की जिम्मेदारी किसको सौंपते हैं।

नवंबर-दिसंबर में होने हैं नेशनल गेम्स

उत्तराखंड को 38वें नेशनल गेम्स की मेजबानी का मौका मिला है। बाकायदा इसके लिए सरकार व इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (आईओएए) के साथ कई दौर की बैठकों के बाद तैयारियां जोरों हैं। हालांकि अब तक कितनी तैयारियां पूरी हो पाई हैं, किसी के पास स्पष्ट जवाब नहीं है। यहां तक कि आईओए से खेल की तारीखें भी तय कर दी गई है। शुरुआत तारीखों के मुताबिक पिछले दिनों खुद खेल सचिव शैलेश बगोली ने नवंबर-दिसंबर में राष्ट्रीय खेलों के क्भ् दिन चलने की बात कही थी। जिसमें से क्भ् खेल कुमाऊं व ख्7 खेल गढ़वाल में होने की बात कही थी। लेकिन एन वक्त पर खेल सचिव एक साल की स्टडी लीव पर चले गए हैं। इस बात की पुष्टि करते हुए खेल विभाग के एक ज्वाइंट डायरेक्टर ने बताया कि खेल सचिव एक साल की स्टडी लीव पर जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि शैलेश बगोली अमेरिकन ड्यूक यूनिवर्सिटी सिंगापुर में स्टडी के लिए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो नेशनल गेम्स के लिए जहां तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं खेल सचिव के छुट्टी पर जाने से तैयारियों को झटका लगने की उम्मीद है। अब तक खेल गांव भी तैयार नहीं हो पाए हैं।

केरला नेशनल गेम्स होगा मॉडल

अगले साल उत्तराखंड में होने वाले नेशनल गेम्स के लिए उत्तराखंड ने ख्0क्भ् में केरला में आयोजित हुए फ्भ्वें नेशनल गेम्स के मॉडल को एडॉप्ट करने का फैसला लिया है। खेल विभाग के संयुक्त निदेशक प्रशांत आर्य ने बताया कि जनवरी ख्0क्भ् में संपन्न हुए नेशनल गेम्स की सफलता के मॉडल को उत्तराखंड में होने वाले नेशनल गेम्स के लिए फोलो करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने भी मंजूरी दे दी है। बताया गया है कि उत्तराखंड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों में कुल फ्9 गेम्स शामिल किए गए हैं। जबकि इससे पहले केरला में फ्म् खेलों को शामिल किया गया है।