-यूएसए का ट्रैफिक प्लान और बजट सिस्टम देखकर लौटे आईजी

ALLAHABAD: अचानक कोई व्यक्ति सड़क पार करने के लिए सामने आ जाए तो उसके साथ क्या होगा? उसे गालियां तो मिलेंगी ही, पिटाई भी हो सकती है। अब जरा यूएसए के बारे में जान लीजिए। अगर वहां कोई व्यक्ति ग्रीन लाइट में सड़क पार करता है तो भी ट्रैफिक रुक जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी ताकत यूएसए में बड़ी गाडि़यों से चलने वालों से ज्यादा तवज्जो पैदल चलने वालों व बच्चों को दी जाती है।

आईजी ने साझा किया अनुभव

दो दिन पहले यूएसए से स्टडी टूर से लौटे आईजी जोन बृजभूषण ने आईनेक्स्ट से अनुभव साझा किए। आईजी 21 दिन के लिए नार्थ केरोलिना स्टेट की ड्यूक यूनिवर्सिटी भेजे गए थे। उनके साथ इंडिया के 34 ऑफिसर्स भी थे। 21 दिनों तक चली बजटिंग एंड फाइनेंस मैनेजमेंट की ट्रेनिंग में पुलिस की व्यवस्था को बेहतर बनाने पर भी चर्चा हुई। आईजी ने बताया कि यूनिवर्सिटी में इस बात पर चर्चा हुई कि संसाधन का कैसे बेहतर उपयोग किया जा सकता है। कैसे पब्लिक को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। उन्होंने एक छोटी सी घटना का जिक्र भी किया। कहा कि होटल में मामूली सी आग लग गई थी। तब फायर ब्रिगेड को सूचना देने की जरूरत नहीं पड़ी थी। पल भर में पांच गाडि़यों के साथ फायर फाइटर्स मौके पर मौजूद थे।

बच्चों के लिए भी रुक जाता है ट्रैफिक

वहां पर अगर स्कूल बस रोड पर खड़ी हो तो भी ट्रैफिक रुक जाता है। जब तक बस चल नहीं देती, आने जाने वाली सारी लेन ब्लॉक रहती है। ऐसा लोग खुद करते हैं। ऐसा करने के लिए उन पर दबाव नहीं डालना पड़ता। वह देश बच्चों को असली पूंजी मानता है। आईजी ने बताया कि अगर आठ लेन की सड़क पर बस रुक जाती है तो भी ट्रैफिक रुक जाता है।