- डीआईजी ने निकाला फार्मूला, हर महीने होगी प्रगति की समीक्षा

- सिपाही को बताना होगा कि उसने इनामी की अरेस्टिंग के लिए क्या-क्या किया

ALLAHABAD:

पहेली बन चुके इनामी बदमाशों की अरेस्टिंग के लिए डीआईजी रेंज जितेंद्र कुमार शाही ने नया फार्मूला निकाला है। उन्होंने रेंज के 94 इनामी बदमाशों के पीछे एक-एक सिपाही को लगा दिया है। सिपाहियों की जिम्मेदारी होगी कि वे इनामियों के नए ठिकाने, दोस्तों व प्रापर्टी के बारे में जानकारी जुटाएं। सिपाहियों की कोशिश से इनामी पकड़ जाते हैं तो उनको इनाम मिलेगा और सिर्फ कागजों में ही प्रयास किए जाने पर दंड का भी बंदोबस्त किया गया है।

हर महीने ली जाएगी रिपोर्ट

बदमाशों की अरेस्टिंग के लिए रेंज में सिपाहियों की ड्यूटी लगा दी गई है। रेंज के 96 सिपाहियों को बता दिया गया है कि उनको किस-किस बदमाश को पकड़ना है। सिर्फ ड्यूटी लगाकर ही सिपाहियों का पीछा नहीं छोड़ा जाएगा। इसका फॉलोअप करने का भी निर्देश दिया गया है। सिपाहियों को यह बताना होगा कि उन्होंने इनामी बदमाशों की अरेस्टिंग के लिए क्या-क्या प्रयास किए। इसकी हर महीने समीक्षा की जाएगी। सिपाही की रिपोर्ट को ही अंतिम नहीं माना जाएगा। इसकी बकायदा अफसरों से जांच भी करवाई जाएगी। पता लगाया जाएगा कि सिपाही ने फील्ड में कितना पसीना बहाया है। कागजों पर ही सारी कार्रवाई करने की पुष्टि होने पर संबंधित सिपाही को लेने के देने भी पड़ सकते हैं।

जिला------इनामी बदमाश

इलाहाबाद 53

कौशांबी 11

फतेहपुर 10

प्रतापगढ़ 20

हर इनामी बदमाश के पीछे एक-एक सिपाही को लगा दिया गया है। इनामी बदमाशों की अरेस्टिंग के लिए सिपाहियों ने क्या-क्या प्रयास किए, इसकी समीक्षा की जाएगी।

जितेंद्र कुमार शाही, डीआईजी रेंज