- सिटी में सीवर व ड्रेनेज के लिए फिर से शुरू हुई खोदाई पब्लिक के लिए बनी परेशानी का सबब

- पहडि़या में रूट डायवर्जन के चलते लोग को जाम से पड़ रहा है जूझना, लोकसभा इलेक्शन के दौरान रोका गया था काम

-सिगरा में भी एक लेन बंद होने से बढ़ गई हैं लोगों की मुसीबतें, कई अन्य एरियाज में भी होनी है खोदाई

VARANASI :

Spot-1

Place - पाण्डेयपुर पहडि़या रोड

पाण्डेयपुर चौराहे से पहडि़या चौराहे तक 300 मीटर की दूरी पर सीवर लाइनें बिछाने के लिए सड़क खोदाई का काम जोर-शोर से शुरू हो गया है। जमीन की सतह से आठ मीटर गहराई में बिछाई जाने वाली पाइप के लिए गहरी सीवर खोदाई का काम डेढ़ माह में पूरा होने की उम्मीद है। इसका सीधा मतलब यह है कि इस रूट पर चलने वाले लोगों को कम से कम डेढ़ महीनों तक मुसीबतों से हर रोज दो-चार होना पड़ेगा।

Spot-2

Place- सिगरा

इस रोड पर लगभग एक माह से गंगा प्रदूषण नियंत्रण ईकाई की ओर से गहरे सीवर की खोदाई का काम जारी है। साजन सिनेमा से आगे बढ़ने पर शुरू हुई खोदाई के कारण एक लेन पूरी तरह से बंद पड़ी है। जिसके चलते इस रोड से गुजरने वालों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। उम्मीद जताई जा रही थी कि इस रूट पर फ्क् दिसम्बर तक खोदाई पूरी हो जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और काम अब तक जारी है।

ऑफिशियल्स की बढ़ीं मुसीबतें

पिछली स्टेट गवर्नमेंट के वक्त से जेएनएनयूआरएम के तहत गंगा प्रदूषण नियंत्रण ईकाई ने वरुणा के इस पार ड्रेनेज और उस पार सीवर को लेकर खोदाई की शुरुआत की थी। सरकार बदली लेकिन खोदाई जारी रही और पूरा शहर खोदाई के कारण नर्क में तब्दील हो गया। हालांकि, हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के चलते खोदाई पर रोक लगा दी गई थी। वहीं इस दरमियान कई वीआईपीज के आने के कारण भी सड़कें चमाचम हो गई। लेकिन एक बार फिर से शुरू हुई खोदाई के चलते हालात फिर से पहले जैसे हो चले हैं। लोगों को इस खोदाई के चलते भारी मुसीबतों का सामाना करना पड़ रहा है। खासतौर पर ऑफिस जाने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। पहडि़या और सिगरा में हो रही खोदाई के कारण इस रूट पर डायवर्जन लागू है। जिसके चलते पहडि़या की संकरी गलियों व सड़क से व्हीकल्स को निकाला जा रहा है। जिसके चलते हर रोज जाम लग रहा है और पब्लिक इस जाम में फंसकर सिर्फ और सिर्फ सिस्टम को कोस रही है।

धूल ने किया बेड़ा गर्क

खोदाई का साइड इफेक्ट सिर्फ जाम ही नहीं है बल्कि इसके कारण इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा मुसीबत धूल से हो रही है। बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर किए जा रहे गहरे-गहरे गड्ढों से निकलने वाली मिट्टी उड़कर पहडि़या और सिगरा इलाके में रहने वालों को काफी परेशान कर रही है। इससे लोगों की दुकानदारी तो चौपट हो ही रही है साथ ही साथ इस इलाके में रहने वाले लोगों का घरों में भी रहना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा इससे कई लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही है।

रूल्स की हो रही अनदेखी

- पहडि़या व सिगरा में हो रही खोदाई में रूल्स को रखा जा रहा है ताख पर

- कार्यदायी संस्था की ओर से साइट पर काम कर रहे लेबर्स की सिक्योरिटी से किया जा रहा है खिलवाड़

- बगैर सिक्योरिटी इंक्विपमेंट्स के काम कर रहे हैं लेबर्स

- दोनों साइट्स पर लगे लोहे के बैरियर्स पर काम से जुड़ी जानकारी का नहीं है डिटेल

- रूल्स के मुताबिक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम शुरू होने की डेट, कार्यदायी संस्था का नाम, काम खत्म होने की डेड लाइन और साइट से जुड़े एक संबंधित अधिकारी का मोबाइल नंबर लिखा होना है जरूरी

- नियम के मुताबिक खोदाई के दौरान धूल न उड़े इसके लिए कंस्ट्रक्शन साइट पर पानी के टैंकर्स से पानी का छिड़काव कराना है जरूरी

- कभी-कभी होता है पानी का छिड़काव

अभी चलेगा लंबा काम

- अभी सीवर और ड्रेनेज को लेकर काफी काम बचा है

- इसके लिए सिगरा पहडि़या के अलावा कई अन्य एरियाज में होनी है खोदाई

- सिगरा में चल रही खोदाई के जनवरी में खत्म होने की है उम्मीद

- जबकि पहडि़या पर शुरू हुई खोदाई फरवरी लास्ट तक चल सकती है

ये है डायवर्जन प्लैन

- पहडि़या में हो रही खोदाई के कारण बड़े व्हीकल्स खोदाई जारी रहने तक पाण्डेयपुर चौराहे से पंचक्रोशी मार्ग होते हुए कज्जाकपुरा होते हुए आशापुर पहुंचेंगे

- जबकि छोटे वाहन पाण्डेयपुर चौराहे से अशोक नगर कॉलोनी के रास्ते पहडि़या जायेंगे

- वहीं सिगरा पर एक लेन में हो रही खोदाई के कारण इसे बंद कर दूसरी लेन से ही वाहनों की आवाजाही की जा रही है

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गहरे सीवर की खोदाई का काम शुरू हुआ है और इसे समय से खत्म करने के लिए कार्यदायी संस्था जुटी हुई है। इस दौरान लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर रूट डायवर्जन किया गया है।

जेबी राय,

महाप्रंबधक

गंगा प्रदूषण नियंत्रण ईकाई