- वाराणसी में 45 हजार लोग हो चुके डिजिटल साक्षर, बढ़ाएंगे कारवां

-अभियान के तहत लाभार्थियों को सिखाया जाता है कंप्यूटर, लैपटॉप, आईपैड चलाना

तेजी से डिजिटलाइज हो रही दुनिया के कंधे से कंधा मिलाने के लिए डिजिटल साक्षरता मिशन की शुरुआत हो चुकी है। मगर इसे तेज करने का जिम्मा अब अभियान के तहत ही प्रशिक्षित हुए लोगों को सौंपा जा रहा है। वाराणसी में अब तक डिजिटली साक्षर बनाए जा चुके 45 हजार लोग यह कारवां आगे बढ़ाएंगे। नमो एप के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने यह प्रेरणा दी है।

क्या है डिजिटल साक्षरता अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल साक्षरता अभियान की शुरुआत की थी। मार्च-2019 तक चलने वाले इस अभियान का लक्ष्य देशभर में 6 करोड़ लोगों को डिजिटल साक्षर बनाना है। यूपी में अभियान के तहत 14 से 60 साल की एक करोड़ जनता को डिजिटल साक्षर बनाने का लक्ष्य है। अभियान के तहत लोगों को कंप्यूटर, लैपटॉप, आईपैड समेत अन्य डिजिटल गैजेट्स चलाना सिखाया जाता है। इसके बाद इन्हीं के जरिए इन्हें रोजगार भी दिया जाता है।

पीएम ने किया सीधा संवाद

केंद्रीय आईटी और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा संचालित प्रधानमंत्री ग्रामीण साक्षरता अभियान के लाभार्थियों से 13 जून को पीएम ने सीधा संवाद किया। उन्होंने लाभार्थियों से विभिन्न सेवाओं के बारे में चर्चा की। पीएम ने इन्हीं लाभार्थियों को यह प्रेरणा भी दी कि आगे वह डिजिटल साक्षरता अभियान के वाहक बनें और हर उम्र के लोगों को डिजिटली साक्षर बनाएं। जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रसन्न पांडेय ने बताया कि अभियान को आगे और तेज किया जाएगा।