-मजदूर दिवस पर पटना में होगा जनाधिकार महासम्मेलन

न्क्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: बीजेपी के एजेंडा को आगे बढ़ाते हुए सामाजिक न्याय की बात नहीं की जा सकती। बीजेपी के पास नफरत, उन्माद और उत्पात के अलावा और कोई दूसरा विचार नहीं है। यह बातें भाकपा(माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कही। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश के साथ गद्दारी करके बीजेपी को नफरत की खेती करने की छूट दे रखी है। वे आरा के पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के साथ-साथ उसकी राजनीति को खारिज करने के लिए जनता की बड़ी गोलबंदी की तैयारी में लगी है। बिहार में भाकपा(माले) की ओर से जनाधिकार पदयात्रा निकली हैं। 1 मई को मजदूर दिवस के दिन पटना में जनाधिकार महासम्मेलन होगा।

मा‌र्क्स का विचार जरूरी

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 5 मई को कार्ल मा‌र्क्स की 200वीं जयंती है। उस दिन पार्टी गांव-गांव में कार्यक्रम करेगी। बदलाव की लड़ाई का लिए मा‌र्क्स के विचार बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कि 23 अप्रैल से जनाधिकार पदयात्रा जारी है। गांवों में भारी संकट है, पर सरकारें इस संकट से बेखबर हैं। बिहार में सरकार ने शराबबंदी कानून के नाम पर गरीबों को जेलों में डाल दिया है, जबकि शराब माफिया को खुली छूट मिली हुई है।

किसान और मजदूर आक्रोशित

गरीब, किसान, मजदूर, महिला, अल्पसंख्यक, छात्र, नौजवान सबके भीतर भारी आक्रोश है। वे अपने लोकतांत्रिक सवालों को लेकर लड़ न सके, इसलिए बीजेपी उन्माद और उत्पात की राजनीति कर रही है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी 2014 में किए गए एक भी वायदे को पूरा नहीं कर सकी है।