- दैनिक जागरण आई ने1स्ट में 2ाबर छपने के बाद पहुंचे डीजीएमई ने पुष्पा सेल्स के 2ांगाले कागजात

- टेंडर की शर्तो में कुछ बदलाव को 5ाी इन्हीं ने दी थी मंजूरी

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई ऑ1सीजन त्रासदी के मामले में दैनिक जागरण आई ने1स्ट की 2ाबर के बाद जि6मेदारों में हड़कंप मच गया है। मामले की सूचना मिलते ही डायरे1टर जनरल मेडिकल एजुकेशन केके गुप्ता आनन-फानन में सुबह 10 बजे ही गोर2ापुर पहुंच गए। उन्होंने लि1िवड ऑ1सीजन की सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स के कागजात 2ांगाले। बता दें कि इस मामले में पूर्व प्राचार्य समेत नौ लोगों के खिलाफ डीजीएमई ने ही मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन इसके बाद 5ाी ऑ1सीजन की सप्लाई उसी फर्म से ली जा रही थी।

सोमवार के इशु में हुई प4िलश

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में अहम गुनाहगार पुष्पा सेल्स कंपनी का मालिक सला2ाों के पीछे है। पैसा न मिलने की वजह से उसी की फर्म ने बीआरडी में लि1िवड ऑ1सीजन की सप्लाई रोक दी थी। इसके बाद 5ाी जि6मेदारों ने मामले को काफी लाइटली लेते हुए अब तक उससे ऑ1सीजन की सप्लाई जारी र2ाी हुई है। जब दैनिक जागरण आई ने1स्ट ने इसकी पड़ताल की, तो हकीकत सामने आई। इसको लेकर दैनिक जागरण आई ने1स्ट ने 'जिस कंपनी ने ऑ1सीजन बंद कर मारा, वो आज 5ाी कर रही है सप्लाई' हेडिंग से न्यूज प4िलश की थी। जिसके बाद जि6मेदारों के बीच हड़कंप मच गया।

सुबह ही पहुंचे डीजीएमई

इस मामले की जानकारी मिलने के बाद डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता सोमवार को सुबह 10 बजे ही बीआरडी पहुंच गए। सबसे पहले उन्होंने लि1िवड ऑ1सीजन आपूर्ति करने वाली फर्म के कागजातों को तलब किया। इस दौरान प्रिंसिपल डॉ। पीके सिंह, बालरोग के विभागाध्यक्ष डॉ। महिमा मित्तल और मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ। महीम मित्तल 5ाी उनके साथ मौजूद रहे। डीजीएमई ने काफी देर तक टेंडर के कागजातों को 2ांगाला और टेंडर की शतरें पर अधिकारियों के साथ बैठकर माथापच्ची की।

टेंडर में बदलाव को 5ाी मंजूरी

बीआरडी में लि1िवड ऑ1सीजन सप्लाई के लिए साल 2012-13 में टेंडर निकाला गया। उस दौरान डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता ही थे। टेंडर की कुछ शर्तो में बदलाव के लिए तत्कालीन प्राचार्य को उन्होंने मंजूरी भी दी। ऑ1सीजन त्रासदी की जांच कर रही पुलिस को टेंडर प्रक्रिया में 5ाी 2ामी मिली है, जिसकी वजह से उन्होंने अदालत में दिए जांच रिपोर्ट में इसका उल्ले2ा किया है।