Dirty fog, painfull picture

असर

1. शहर आसमान पर चार गुना बढ़ गया एयर पॉल्युशन का लेवल

2. फूली सांस, आंखों में जलन, घर में कैद हुए बच्चे

3. दिल्ली की फ्लाइट कैंसिल, लो विजिबिलिटी से रेंगने लगे वाहन

दिवाली की आतिशबाजी व दिल्ली से आयी जहरीली हवाओं

ALLAHABAD: लगातार तीन दिनों तक दिल्ली में दम घोंटने को आतुर रही जहरीली धुंध ने रविवार को इलाहाबाद का सफर तय कर लिया। इसका ऐसा असर दिखा कि शहर की लाइफ स्टाइल लड़खड़ा गयी। आबोहवा में चार गुना अधिक प्रदूषण बढ़ने से लोगों की सांसें फूलने लगीं। जहरीली धुंध की जलन से आंखें मीचते दिन बीता। बच्चों को घर से बाहर निकलने से रोक दिया गया। लो विजिबिलिटी से दिल्ली की फ्लाइट कैंसिल हो गयी तो शहर में वाहन रेंगते नजर आए। दिवाली पर शहर में जमकर हुई आतिशबाजी ने मुसीबत की धुंध का प्रभाव दूना कर दिया था।

पटाखों के धुंए का असर

इलाहाबाद को पहले भी प्रदूषित शहर घोषित किया गया था। ऐसे में इकोफ्रेंडली दिवाली के लिए लोगों से अपील भी की गयी थी। लेकिन अपील को दरकिनार कर दिवाली पर जमकर आतिशबाजी हुई। इससे फिजा में पहले से ही प्रदूषण बढ़ गया था। पश्चिमी हवाओं के चलते रविवार को दिल्ली की जहरीली धुंध यहां पहुंची तो एयर पॉल्युशन का लेवल चार गुना बढ़ते हुए 400 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर का आंकड़ा पार कर गया। नदियों के किनारे बसे होने के कारण इलाहाबाद पर ज्यादा ही असर दिखा। हवा में सल्फर डाई आक्साइड और कार्बन डाई आक्साइड जैसी गैसों की मात्रा बढ़ने से यह आम जनजीवन को नुकसान पहुंचा रही हैं।

मुसीबत का ट्रिपल पंच

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जहरीली धुंध के पीछे तीन कारण है। दीपावली पर दागे गए पटाखों की वजह से प्रदूषण का लेवल इतना अधिक हो गया है कि धूल के कणों के मिलने से घनी धुंध ने शहर को अपनी आगोश में ले लिया है। इसके अलावा दिल्ली से चलने वाली पश्चिमी हवाएं इलाहाबाद पहुंचकर जहरीली धुंध को बढ़ावा दे रही हैं। वहीं बंगाल की खाड़ी में निम्न वायु दाब बनने बादलों ने आसमान पर डेरा डाल दिया है।

अस्थमा अटैक का खतरा

सांस के रोगी ज्यादा परेशान हैं। सांस की नली के सिकुड़ने से मरीजों की सांस फूलने लगी है। एलर्जी के चलते आंखों में जलन और दर्द हो रहा है। स्मॉग में सूक्ष्म केमिकल, धूल और जहरीली गैसों के कण सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंचने अस्थमा का चांस बढ़ गया है।

बरते सावधानी

सांस के मरीजों को मुंह पर रुमाल बांधकर निकलना होगा।

हो सके तो घर के भीतर रहें, आसपास धुंआ कतई न करें।

आंखों पर चश्मा लगाएं, एलर्जी से पानी निकले, लालपन या किरकिरी की शिकायत पर डॉक्टर से सलाह लें।

दिल के मरीज सतर्क रहें, सांस फूलने से ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी हो सकती है।

शहर का प्रदूषण लेवल बढ़ने से धूल के कण व कोहरे के मिलने से धुंध बनी है। यह स्थिति कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। इसलिए सावधानी बरतें।

प्रो। बीएन मिश्रा, ज्योग्राफी डिपार्टमेंट, इलाहाबाद विवि

दिल्ली से आयी पश्चिमी हवाओं की वजह से इलाहाबाद में असर दिख रहा है। हवा में जहरीली गैसों की मात्रा बढ़ गई है। दीपावली पर निकला प्रदूषण अब अपना रंग दिखाने लगा है।

डॉ। एसएस ओझा, ज्योग्राफी डिपार्टमेंट, इलाहाबाद विवि

दीपावली के बाद से हवा में प्रदूषण का लेवल चार गुना तक बढ़ गया है। गाडि़यों का धुआं को और बढ़ा रहा है। यह सेहत के लिए खतरनाक है।

मो। सिकंदर, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी

अस्थमा, सीओपीडी और एलर्जी के मरीजों को होशियार रहने की जरूरत है। घर से बाहर निकल रहे हैं तो मुंह बांधकर और दवाएं लेकर साथ जाएं।

डॉ। आशुतोष गुप्ता, टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट

लखनऊ से पकड़ाई फ्लाइट

गहरी धुंध के चलते रविवार को दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट कैंसिल कर दी गई। बमरौली एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से आने वाली फ्लाइट इलाहाबाद नहीं पहुंची, इसलिए यह फैसला लेना पड़ा। चालीस यात्रियों को वाया रोड लखनऊ भेजकर दिल्ली की फ्लाइट पकड़ाई गई। यही स्थिति रही तो आगे भी फ्लाइट कैंसिल रहेगी।