-संजय कम्यूनिटी हॉल के पास और अयूब खां पंप की सप्लाई बंद होने से बढ़ी समस्या

-मोहल्ले के लोग बोले करीब एक दशक से झेल रहे पेयजल संकट

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शहर के कालीबाड़ी एरिया के करीब 60 प्रतिशत घरों में पेयजल संकट बना हुआ है। यह स्थिति कोई आजकल से नहीं बल्कि करीब एक दशक से बनी हुई है। पानी की किल्लत के चलते कालीबाड़ी के लोगों का जीना दूभर हो गया है। हालांकि इस समस्या से नगर निगम के अफसर भी अंजान नहीं है, लेकिन समस्या दूर करना तो दूर कोई सुनवाई तक नहीं की।

घरों में आता है गंदा पानी

कालीबाड़ी के निवासियों का कहना है कि उनके एरिया में लोहे की पाइप लाइन डाली गई थी, जो अब गल चुकी है। पाइप लाइन में सीवर का पानी भी पहुंच जाता है और वही पानी लोगों के घरों में पेयजल सप्लाई के साथ पहुंच रहा है। इससे पीने के पानी में दुर्गध आती है और बीमारियां भी फैल रही हैं। लोगों को मजबूरन दूषित पानी पीना पड़ता है। बार-बार नगर निगम के अफसरों से शिकायत करके हार चुके लोगों ने अब नगर निगम से स्वच्छ पेयजल की उपलब्ध कराने की उम्मीद ही छोड़ दी।

इसलिए है दिक्कत

मोहल्ले के लोगों ने बताया कि पहले संजय कम्यूनिटी हॉल के पास और अयूब खां के पास बने पम्प से पानी की सप्लाई कालीबाड़ी को मिलती थी, तब सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति थी, लेकिन करीब दस वर्ष पहले दोनों पम्प की सप्लाई बंद कर दी गई। मौलाना आजाद इंटर कॉलेज के मैदान से सप्लाई डायरेक्ट कालीबाड़ी आती थी लेकिन अब उसकी सप्लाई पुराना शहर में भी दे दी गई। इसके साथ एलन क्लब सब्जी मंडी के पास से जो कालीबाड़ी को पम्प से सप्लाई थी उसे ओवर हेड टैंक से कर दिया गया है। इस कारण कालीबाड़ी में मेन रोड के आसपास के घरों में तो पानी पहुंच जाता है, लेकिन गलियों में लोग पानी को तरसते रहते हैं। यहां या तो पानी पहुंचता ही नहीं है या फिर गंदा पानी आता है। इसके चलते इलाके के करीब 60 प्रतिशत घरों में पानी का संकट बना हुआ है।

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मोहल्ले में पीने के पानी का संकट बना हुआ है। ऐसा लगता है कि जैसे बरेली नहीं राजस्थान में रह रहे हैं। एक तो पानी आता नहीं है और आता है तो दुर्गध युक्त और गंदा आता है।

हरीश, स्थानीय निवासी

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इंडिया मार्का हैंडपम्प से पीने के लिए पानी लाना पड़ता है, क्योंकि पाइप लाइन से पानी ही नहीं आता है। कभी आ भी जाता है तो गंदा आता है। कई बार तो हैंडपम्प पर भी लाइन लग जाती है।

गुडि़या, स्थानीय निवासी