डीएम ने निरीक्षण कर अफसरों को दी एफआईआर की चेतावनी

पाण्टून पुल का पीपा बैठा, सड़क से हटेंगे बिजली के पोल

ALLAHABAD: हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद विभागों की मनमानी जारी है। गंगा में एसटीपी से गंदा पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि माघ मेला सिर पर है और साधु-संतों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऐसे में बुधवार को शिकायत पर डीएम संजय कुमार ने एसटीपी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को ऐसा दोबारा करने पर जेल भेजने की चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मजिस्ट्रेट के माध्यम से होगी चेकिंग

माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने निकले डीएम ने शिकायत पर एसटीपी का निरीक्षण किया। पाया कि सलोरी और दारागंज का गंदा पानी बिना ट्रीट किए सीधे गंगा में छोड़ा जा रहा है। उन्होंने मौके पर मौजूद गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के जीएम अजय रस्तोगी और अधिशासी अभियंता को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि गंगा में ट्रीटेड पानी ही छोड़ा जाए। अगर ऐसी गलती दोबारा हुई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें जेल भेजा जाएगा। बुधवार शाम तक समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो मजिस्ट्रेट के माध्यम से एसटीपी की चेकिंग कराई जाएगी।

लापरवाही से हो सकता है हादसा

संगम पर बनाए गए महावीर पाण्टून पुल का पीपा बैठ जाने के मामले को डीएम ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भविष्य में सही ढंग से पीपा लगाए जाने के निर्देश दिए। सिचाई विभाग को कटान पर प्रभावी नियंत्रण नहीं लगा पाने पर फटकारते हुए क्रेट्स और जेसीबी लगाकर कटान रोकने के आदेश दिए। कहा कि चकर्ड प्लेटों को नट बोल्ट द्वारा टाइट करने और घाटों के किनारे कांसा व पुआल बिछाने का निर्देश दिया। आने और जाने के मार्ग अलग-अलग होंगे और घाट से जाने का मार्ग कच्चा होगा। साथ ही बिजली विभाग को पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर मार्गो पर लगे बिजली के पोलों को हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा महावीर पुल पर आवागमन शुरू होने के बावजूद प्रकाश व्यवस्था नही किए जाने पर बिजली विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई।