सर्जन सर्जियो कानावेरो
जी हां अब अगर आपसे कोई ये कहे कि खुद का सिर बदला कर दूसरे के शरीर में लगा सकते हैं तो आप शॉक्ड न होइएगा। पुराने दौर की कहानी किस्सो में सुनाई जाने वाली ये बाते अब सच होने वाली है। जल्द ही फिल्मों के फेमस कैरेक्टर 'डॉ फ्रेंकस्टाइन'के रूप में खुद को मानने वाले इटली के सर्जन सर्जियो कानावेरो इस सिर प्रत्यारोपण वाले काम को अंजाम देंगे। सबसे खास बात तो यह है कि उनके इस सिर प्रत्यारोपण वाले काम को सफल बनाने के लिए 30 वर्षीय कंप्यूटर वैज्ञानिक सामने आए हैं। रूस के व्लादिमीर शहर के रहने वाले कंप्यूटर वैज्ञानिक वैलेरी स्पीरिदोनोव वेर्डनिग हॉफमैन बीमारी से पीड़ित हैं।
बीमारी से छुटकारा चाहते
जिससे उनके शरीर की मांसपेशियां खराब हो चुकी हैं। ऐसे में अब उन्होंने अपने सिर को प्रत्यारोपित कराने का फैसला लिया है। इस सिर प्रत्यारोपण को लेकर वह काफी एक्साइटेड हैं। उनका कहना है कि सिर प्रत्यारोपण कराने वाले वह दुनिया के पहले ब्यक्ित होंगे। उनका कहना है कि जब उन्होंने इटली के सर्जन सर्जियो कानावेरो की सिर प्रत्यारोपण करने का दावा सुना तो फैसला किया कि वह उनके इस दावे को सफल साबित करने में सहायक होंगे। वह अपने सिर का किसी खास काम में इस्तेमाल करना चाहते हैं। इतना ही नहीं उनकी भी दिली इच्छा है कि वह मरने से पहले खुद को इस बीमारी से छुटकारा दिलाना चाहते हैं।
महज 2 घंटे का समय
वहीं दुनिया में सबसे रिस्की कामों के गिने जाने वाले सिर प्रत्यारोपण के काम को करने का दावा कर रहे इटली के सर्जन सर्जियो कानावेरो का कहना है कि इसे करने में महज 2 घंटे का समय लगेगा। इसमें किसी ब्रेनडेड व्यक्ति के शरीर का इस्तेमाल किया जाएगा जो शरीर से पूरी तरह स्वस्थ्य हो। जिससे पहले उसके सिर को शरीर से अलग किया जाएगा फिर उसके शरीर में दूसरे का सिर जोड़ा जाएगा। इस प्रक्रिया के दौरान मरीज चार हफ्तों तक कोमा में रहेगा। वहीं सबसे खास बात तो यह कि इटली के सर्जन सर्जियो कानावेरो के इस दावे को दूसरे बड़े देशों के डॉक्टर महज एक कल्पना करार दे रहे हैं। वहीं सर्जन सर्जियो कानावेरो जल्द ही अंजाम देने वाले हैं।
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