ALLAHABAD: झूंसी के गोविंद वल्लभ पंथ संस्थान के सामने 12 नवंबर की रात संजय नाम के युवक की हत्या का गुरुवार को एसटीएफ ने खुलासा किया। एसटीएफ की टीम ने आरोपी मोनू भारतीय उर्फ कश्यप उर्फ मिथलेश को बुधवार की रात झूंसी के त्रिवेणीपुरम् कालोनी के गेट के पास गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि मामूली विवाद में उसने संजय को गोली मारी थी। घटना के बाद वह साथी के साथ फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ पहले से भी कई मामलों में मुकदमा दर्ज है। उसके पास से एक सीएमपी, दो कारतूस, एक मोबाइल और 500 रुपए बरामद हुए हैं।

 

गलती से चढ़ गया था पैर

मोनू ने बताया कि वह मूलरूप से झूंसी के नैका महीन गांव का रहने वाला है। छह भाईयों में दूसरे नम्बर पर है। पिता लालचन्द्र के साथ पुताई का काम करता था। घटना के दिन वह साथी गोलू, अनिल और पिंटू के साथ पंत संस्थान के पास शराब की दुकान के पास खड़ा था। उसी समय दो लड़के वहां पहुंचे। एक लड़के का पैर उसके पैर पर चढ़ गया। मोनू ने पैर हटाने को कहा तो दोनों गालीगलौज करते हुए मारपीट करने लगे। तब गुस्से में मोनू ने एक लड़के को गोली मार दी और फरार हो गया। गोली लगने से संजय भारतीय नाम के लड़के की मौके पर ही मौत हो गई।

 

पहले से दर्ज हैं कई मुकदमे

एसटीएफ के एसआई अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एसएसपी एसटीएफ की ओर से इलाके के सुपारी किलर्स को पकड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। इस बीच सूचना मिली कि एक सुपारी किलर झूंसी क्षेत्र में मौजूद है। तब स्थानीय पुलिस के साथ जाल बिछाकर मोनू को पकड़ा गया। जांच में पता चला कि इसके खिलाफ 2011 में फूलपुर के सोइराई गांव के राजकुमार की हत्या का मामला दर्ज है। यह 2015 में सराय इनायत में पिस्टल के साथ पकड़ा गया था।

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