- आई नेक्स्ट के ग्रुप डिस्कशन में उठा कैशलेस का मुद्दा

- गेस्ट्स ने कहा, लोगों को कैशलेस की तरफ बढ़ाना होगा कदम

- सरकार को भी लोगों तक पहुंचानी चाहिए सटीक जानकारी

GORAKHPUR: सरकार देश को कैशलेस की तरफ मोटिवेट करने में लगी है, लेकिन आए दिन हो रहे ऑनलाइन फ्रॉड्स से लोग इसमें झिझक रहे हैं। वहीं देश की एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जो एटीएम यूज तक नहीं कर पाती है। ऐसे में लोगों के अंदर एक डर फैल गया है कि देश अगर कैशलेस की तरफ बढ़ा तो उन लोगों का क्या होगा जो टेक्नोलॉजी से दूर हैं। ये बातें उठीं आई नेक्स्ट के ग्रुप डिस्कशन में। इस दौरान मौजूद रहे गेस्ट्स ने कैशलेस व्यवस्था को देश के लिए बेहतर तो बताया, लेकिन इससे जुड़ी कुछ चिंताएं भी रखीं।

कैशलेस समस्या नहीं सुविधा है

इस दौरान शामिल हुए गेस्ट्स ने इस मुद्दे पर गंभीरता से अपने विचार रखे। उनका कहना कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से लोगों को दिक्कत कम सुविधा ज्यादा होगी। बस जरुरत है तो आम जनमानस तक इसकी जानकारी सुचारू रूप से पहुंचाने की। वहीं, गेस्ट्स ने ये भी कहा कि कैशलेस की सुविधा पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद रहेगी। अगर देश कैशलेस की ओर बढ़ा तो कागज के लिए होने वाली अंधाधुंध पेड़ों की कटाई पर भी अंकुश लगेगा। पेड़ों की कटाई में नोट के पेपर बनाने के उद्योग का भी बड़ा रोल है। कैशलेस को बढ़वा मिलने से इसकी जरुरत काफी कम रह जाएगी। ऐसे में ये निश्चित तौर पर देश की अर्थव्यवस्था को ही लाभ पहुंचाएगा।

सरकार ऐसे करे उपाय

- ऑनलाइन कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ाने के लिए सरकार को इस पर रियायत देने की जरुरत है

- यूजर चार्ज पूरी तरह फ्री कर देना चाहिए।

- बैंक और सरकार को इसके लिए जागरुकता फैलाने की जरुरत है

- ऑनलाइन ठगी करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर सजा का प्रावधान करने की जरुरत है

- इस व्यवस्था को सबसे पहले आम पब्लिक से जोड़ने की जरुरत है

- पब्लिक के अकाउंट की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए

कैशलेस के फायदे

- अकाउंट का रिकॉर्ड होगा

- बैंक आने-जाने से पब्लिक को मुक्ति मिल जाएगी

- बैंकों में भीड़ कम होने से क्वालिटी में सुधार होगा

- आपका पैसा किसको ट्रांसफर हुआ, इसका रिकॉर्ड रहेगा

- आईटी सेक्टर की नौकरी की संभावना बढ़ेगी

- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, खरीदारी सहित कार्य करने पर प्रत्येक हफ्ते भाग्यशाली विजेताओं को नकद पुरस्कार मिलेगा

- योजना में यह ध्यान रखा जाएगा कि गरीबों, निम्न-मध्यम वर्ग व छोटे व्यापारियों को प्राथमिकता मिलेगी

- इस योजना में निम्न प्रकार के डिजीटल पेमेंट्स ((Digital Payments) अनुमन्य होंगे

- विक्रेताओं के लिए उनके द्वारा स्थापित POS मशीन पर किए गए ट्रांजैक्शंस ((Transactions) इस योजना हेतु मान्य होगी

वर्जन

अर्थव्यवस्था चोहे घर की हो या देश की। उसे चलाने के लिए ईमानदारी और पारदर्शिता की जरुरत होती है। घर संभालने वाली कई महिलाएं टेक्नोलॉजी से दूर हैं। उनतक कैशलेस की जानकारी पहुंचाना काफी जरूरी है।

- डॉ। दुर्गेश नंदनी, सोशल वर्कर

केंद्र सरकार ने अगस्त 2014 में ही डिजीटल इंडिया की शुरुआत कर दी थी। ढाई साल बाद अब कैशलेस की बात कह सरकार ने इसकी ओर एक और कदम बढ़ा दिया है। ये व्यवस्था निश्चित तौर पर जनता को और अधिक लाभ पहुंचाने वाली है।

- बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सोशल वर्कर

सरकार की यह बहुत ही अच्छी योजना है। देश की जनता को इसको अधिक बढ़ावा देने की जरुरत है। इससे अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता आएगी।

चंद्रबाला श्रीवास्तव, वुमन लीडर

ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के उपाय बिना किए ही देश में कैशलेस व्यवस्था को लागू करने से जनता को ही परेशानी होने वाली है। सरकार को चाहिए कि लोगों को पहले कैशलेस को लेकर जागरूक करें।

अबुजर मोहसिन, स्टूडेंट

गांव एरिया में आज भी लोग एटीएम यूज नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कैशलेस व्यवस्था उनके लिए कितनी प्रभावी होगी। इस व्यवस्था से जनता को परेशानी होगी।

- आतिफ जफर, स्टूडेंट

कैशलेस व्यवस्था से आने वाले समय में व्यापारियों को बहुत अधिक फायदा होने वाला है। व्यापारी वसूली के लिए जाते थे तो लूट की घटना को लेकर डरे रहते थे। कैशलेस से लूट की घटनाएं पूरी तरह रुक जाएंगी।

राजेश, व्यापारी

कैशलेस से व्यापारी वर्ग को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है। इस समय व्यापार पूरी तरह डगमगा गया है।

- संजय अग्रवाल, व्यापारी

ऑनलाइन या इंटरनेट बैकिंग का यूज करने वालों की सावधानी ही उनको बचा सकती है। वह अपने अकाउंट को लेकर जितनी सावधानी बरतेंगे, उतना ही सुरक्षित रहेंगे। अपनी डिटेल किसी भी हाल में लीक न होने दें। अगर किसी को लगता है कि उसको कैशलेस व्यवस्था से जुड़ने में परेशानी हो रही है तो वह खुद ही आगे बढ़कर सीख सकता है।

- शशिकांत जायसवाल, साइबर एक्सपर्ट