-गोरखपुर यूनिवर्सिटी में दो साल पहले शुरू हुई थी परंपरा

-मगर पिछले वीसी के जाते ही बदल गई व्यवस्था

-मैथ्स डिपार्टमेंट ने जारी रखी है यह परंपरा

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में रविवार को मैथमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक डिपार्टमेंट के पीजी लेवल पर एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स, उनके पेरेंट्स और टीचर्स के बीच डिस्कशन हुआ। इसमें यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों ने टीचिंग मेथड से लेकर स्टूडेंट्स के ओवरऑल डेवलपमेंट पर फोकस किया तो वहीं पेरेंट्स ने भी मन में उमड़ रहे सवालों के भंवर को शांत कराया।

फीडबैक लेते रहें पेरेंट्स

एचओडी प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने स्टूडेंट्स से कहा कि पढ़ाई के साथ ही एक्स्ट्रा कलीकुलर एक्टिविटीज पर भी फोकस रखें। पीजी लेवल पर स्टूडेंट्स के ओवरऑल डेवलपमेंट पर फोकस करते हुए उन्होंने समाज में उसे प्रर्दशित करने की बात कही। पेरेंट्स से रूबरू होते हुए एचओडी ने कहा कि वह भी वक्त-वक्त पर अपने बच्चों के बारे में उनसे और टीचर्स से फीडबैक लेते रहें। मौके पर प्रो। विजय शंकर वर्मा ने कम संसाधनों और एडवर्स कंडीशन में भी आगे बढ़ने के लिए मोटीवेट किया। कहा कि पढ़ाई व दूसरे काम में आने वाली परेशानियों और असफलताओं से हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि उससे कैसे निपटा जाए, इस पर फोकस रख्ाना चाहिए।

घरेलू काम में साझीदार बने स्टूडेंट्स

डिपार्टमेंट के सीनियर प्रो। विजय कुमार ने स्टूडेंट्स को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को चाहिए कि वह पढ़ाई के साथ ही अपने घर में होने वाले काम में पेरेंट्स का हाथ बटाएं। संचालन विभाग के सीनियर प्रो। विजय शंकर वर्मा ने किया। एचओडी प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता और धन्यवाद ज्ञापन प्रो। हिमांशु पांडेय ने किया। इस मौके पर पेरेंट डॉ। दुर्गा प्रसाद यादव व जेपी गुप्ता समेत कई अन्य अभिभावकों व स्टूडेंट्स ने अपनी बातें रखीं।