दो विभागों के बीच नहीं बन पा रहा तालमेल

शिफ्टिंग पर रोडवेज और एमडीए आमने-सामने

Meerut : भैंसाली बस अड्डे की शिफ्टिंग पर एक बार फिर रोडवेज ने अड़ंगा लग रहा है। एमडीए शताब्दीनगर में जमीन मुहैया करा रहा है तो वहीं रोडवेज ने इस जमीन को लेने से इनकार कर दिया है। विभाग का कहना है कि जमीन दिल्ली-मेरठ रोड से काफी अंदर जाकर है। हालांकि कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर एक बार फिर एमडीए बस अड्डे की शिफ्टिंग की कवायद शुरू कर रहा है।

रोडवेज विभाग का अड़ंगा

भैंसाली बस अड्डे के नवीनीकरण के बीच अब भैंसाली डिपो को शहर से बाहर शताब्दी नगर में शिफ्ट करने की मुहिम शुरू हुई है, हालांकि शिफ्टिंग में सबसे बड़ा अड़ंगा रोडवेज विभाग का ही है। रोडवेज ने बस अड्डा शिफ्ट करने के लिए एमडीए से करीब 20 एकड़ जमीन की मांग की थी, जिस पर एमडीए ने रोडवेज को कंकरखेड़ा, शताब्दी नगर और परतापुर का विकल्प दिया था। इसमें अब रोडवेज की शताब्दी नगर में बात बनती नजर आ रही है, लेकिन जो जगह शताब्दी नगर में उपलब्ध कराई जा रही है वह भी रोड से करीब 3 किमी अंदर होने के कारण रोडवेज बस अडडे के लिए दूसरी जगह की मांग कर रहा है।

नवीनीकरण अधर में

हालांकि अभी एक तरफ जहां करोड़ो रुपए खर्च कर भैंसाली बस अड्डे का काम कराया जा रहा है और काम आधा हो भी चुका है, वहीं दूसरी ओर बस अड्डा शिफ्ट करने पर रोडवेज का निर्माण कार्य और बजट पूरी तरह बेकार हो जाएगा। इसलिए रोडवेज भी अभी बस अड्डा शिफ्ट करने का विचार नहीं बना रहा है।

बजट पर जांच

भैंसाली बस अड्डे के निर्माण कार्य में घोटाले की शिकायत आने पर लखनऊ मुख्यालय द्वारा इसकी जांच भी कराई जा रही है। ऐसे में बस अड्डा शिफ्ट होने में काफी अड़चने आ सकती हैं।

वर्जन-

अभी एमडीए के साथ इस संबंध में वार्ता चल रही है: जमीन की उपलब्धता के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।

- एसके बनर्जी, आरएम

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भैंसाली बस अड्डे की शिफ्टिंग का प्रयास किया जा रहा है। शताब्दीनगर में इसे शिफ्ट करने के निर्देश कमिश्नर की ओर से मिले हैं। सर्वे जारी है।

-दुर्गेश श्रीवास्तव, चीफ इंजीनियर, एमडीए