नए अवतार में सज संवर कर निकली प्रयागराज एक्सप्रेस की पहले फेरे में ही पैसेंजर्स ने बिगाड़ दी सूरत

जनरल से लेकर एसी कोच तक गुटखा पान की पीक, कोच को नुकसान भी पहुंचाया

ALLAHABAD: प्रयागराज एक्सप्रेस से नई दिल्ली का सफर करने वाले हजारों इलाहाबादी लग्जरियस जर्नी का आनंद ले सकें, यात्रा के दौरान लोगों को झटके न लगे, इसलिए नए वित्तीय वर्ष से पहले रेल मंत्री ने पुराने कोचों को हटवाकर नए एलएचबी कोचों का तोहफा दिया। लेकिन आदत से मजदूर इलाहाबादियों ने 'प्रभु' के तोहफे की ऐसी-तैसी कर दी। पहले फेरे में ही प्रयाग राज एक्सप्रेस के नए कोचों की सूरत बिगाड़ दी गयी। पूरी ट्रेन में गंदगी का आलम दिखा। यही नहीं कोच को नुकसान भी पहुंचाया गया। बुधवार को नई दिल्ली से इलाहाबाद आई प्रयागराज एक्सप्रेस का आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने जायजा लिया तो तस्वीर दिखी वह शर्मसार करने वाली रही।

जनरल व स्लीपर कोच में गंदगी

प्रधानमंत्री के साथ ही रेल मंत्रालय भी स्वच्छ भारत मिशन का संदेश दे रहा है। ट्रेन में गंदगी न फैले इसके लिए स्लीपर और जनरल कोच में डबल-डबल डस्टबिन लगी है। इसके बाद भी प्रयागराज एक्सप्रेस के कोचों में गंदगी फैली हुई दिखाई दी। टॉयलेट न सिर्फ गंदे किए गए थे, बल्कि लग्जरियस लुक का एहसास कराने के लिए लगाए गए स्टीनलेस स्टील के बेसिन पर लोगों ने पान व गुटखा खाकर थूक दिया था।

टूटा मिला स्लाइडिंग डोर

एलएचबी कोच में दो कोचों के बीच में स्लाइडिंग डोर लगाया गया है। प्रयागराज एक्सप्रेस के एस-3 कोच का एक डोर टूटा हुआ दिखाई दिया जो खुल नहीं रहा था और एक तरफ लटका हुआ था। मेंटीनेंस देखने वाले सुपरवाइजर ने बताया कि जब ट्रेन गई थी तो दरवाजा ठीक था।

गुटखा, सिगरेट पर है बैन

रेलवे ने ट्रेन में गुटखा खाने और सिगरेट व बीड़ी पीने पर रोक लगा रखी है। लेकिन प्रयागराज एक्सप्रेस ने बताया कि इस रोक का लोगों पर असर नहीं है। क्योंकि लोगों ने गुटखा खाकर रैपर न सिर्फ ट्रेन में फेंका, बल्कि टॉयलेट के खिड़की में भी ठूंसा हुआ था। यही नहीं बेसिन में सिगरेट व बीड़ी के टुकड़े पड़े हुए दिखाई दिए।

एसी कोच में पान की पीच

जनरल व स्लीपर कोच में जहां जगह-जगह पान व गुटखा खाकर लोगों ने थूका हुआ था। वहीं एसी कोच बी-2 और बी-3 के वाश बेसिन और टॉयलेट का भी यही हाल था। पैसेंजर्स ने पान की पीच से यहां पैसेंजर्स ने गंदगी फैला रखी थी।

तोड़ दिया टॉयलेट का शीशा

इंजन के ठीक बगल में लगे जनरल कोच में जब रिपोर्टर पहुंचा और टॉयलेट का दरवाजा खोला तो अंदर वॉश बेसिन के उपर लगा शीशा टूटा हुआ था। शीशे के टुकड़े बेसिन पर रखे हुए थे। ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गुस्से में शीशे पर प्रहार किया हो। वहीं कई टॉयलेट में तो प्लास्टिक के बोतल फेंके हुए दिखाई दिए।

सज संवर कर निकली थी

करोड़ों रुपये खर्च कर मंगाए गए नए एलएचबी कोच लगाने के बाद रविवार की रात प्रयाग राज एक्सप्रेस इलाहाबाद से नई दिल्ली के लिए रवाना की गई थी। रवाना करने से पहले इसे दुल्हन की तरह सजाया गया था। सांसद श्यामाचरण गुप्ता, केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही डीआरएम संजय कुमार पंकज ने हरी झंडी दिखाई थी। खुशबू से गमक रहे और चमचमा रहे नए कोच में सैकड़ों लोगों ने सफर किया। संडे को रवाना होने के बाद बुधवार को जब नए कोचों वाली प्रयागराज एक्सप्रेस इलाहाबाद लौटी तो पूरी स्थिति बदल चुकी थी। एक ही फेरे में लोगों ने नए कोच के साथ कुछ वैसा ही किया, जैसा पुरानी कोच के साथ करते थे।

ये बात सही है कि संडे को सज-धज कर रवाना हुई प्रयागराज एक्सप्रेस के नए कोचों को पहले ही फेरे में लोगों ने काफी गंदा करने के साथ ही नुकसान पहुंचाया है। जबकि लगातार अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। अवेयर किया जा रहा है। फिर लोग सुधर नहीं रहे हैं। जबकि ट्रेन में साफ-साफ अक्षरों में लिखा होता है कि रेल आपकी संपत्ति है, इसकी सुरक्षा करें। अगर यही स्थिति रही तो चेकिंग के दौरान फाइन में तेजी लाई जाएगी।

सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ

रेलवे इलाहाबाद मंडल