- कमीशन लेकर रिन्युअल करने वालों की चल रही मनमानी

- डीएम को साक्ष्य उपलब्ध कराने वाले संविदा कर्मी पर ही गिरा दी गाज

GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में कमीशन लेकर रिन्युअल किए जाने की जांच के मामले में डीएम की मदद करना संविदा कर्मचारी को भारी पड़ा। उसने डीएम को साक्ष्य के तौर पर सीडी भेजी थी। सीएमएस ने उस पर अस्पताल की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए नौकरी से ही बाहर निकाल दिया है। इसके साथ ही संबंधित कंपनी को पत्र भेज दिया।

शिकायत पड़ी महंगी

जिला महिला अस्पताल में वरिष्ठ लिपिक और सीएमएस पर रिन्युवल के नाम पर कमीशन लेने का आरोप लगा है। मंत्री के आदेश पर डीएम मामले की जांच देख रहे हैं। इस मामले में कम्प्यूटर ऑपरेटर विनय कुमार तिवारी व सुधीर कुमार ने डीएम को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि उन पर सुलह करने का दबाव बनाया जा रहा है। साथ की एक कागज पर यह कह कर हस्ताक्षर करने को कहा जा रहा था कि वे लिखकर दें कि उनसे कमीशन नहीं लिया गया। कर्मचारियों ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। 18 मई को सीएमएस ने इन कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा जिस पर कर्मचारियों ने इसका जवाब भी दिया। साथ ही एडी हेल्थ और मेसर्स अवनी परिधि एनर्जी कंपनी को भी अपना जवाब भेजा।

डीएम को भेजी थी ऑडियो क्लिप

कंप्यूटर ऑपरेटर ने जांच में डीएम की मदद करते हुए उन्हें ऑडियों क्लिप भेजी थी। इस बात की जानकारी सीएमएस को हुई तो उन्होंने यह कहते हुए दोनों कर्मियों को बाहर कर दिया कि वे अस्पताल की छवि खराब कर रहे हैं। सीएमएस ने कंपनी को पत्र भेजकर कहा है कि विनय कुमार तिवारी और सुधीर कुमार सिंह चिकित्सालय की छवि खराब कर रहे हैं। जिसके चलते इन्हें बाहर निकालने का निर्णय लिया गया। वहीं संविदा कर्मी ने सीएमएस के स्पष्टीकरण का जवाब देते हुए बताया कि जो भी आरोप लगाए जा रहे वह सही नहीं हैं।

मांगा जाता रहा है कमीशन

निकाले गए कर्मियों ने कहा है कि उनसे ऐसे पत्र पर हस्ताक्षर के लिए दबाव बनाया जा रहा था जो सच्चाई को दबाने वाला था। उस पर हस्ताक्षर नहीं करने और डीएम से शिकायत करने का वे खामियाजा भुगत रहे हैं। सभी संविदा कर्मियों से समय समय पर कमीशन की मांग की जाती रही है। वेतन व रिन्युवल के नाम पर कमीशन लिया गया और लगातार दबाव बनाया जाता रहा है। जबकि अफसर चाहते थे कि वे यह लिखकर दे दें कि कभी कमीशन नहीं मांगा गया। इससे इनकार करने पर अफसर नाराज हो गए और नौकरी से ही निकाल लिया।

वीडियो वायरल होने से घबराए अफसर

महिला अस्पताल में संविदा पर 23 कर्मचारी तैनाती थी। जिसमें से 13 सफाई कर्मियों को निकाल दिया गया। वहीं 1 मई को दस कर्मचारियों का रिन्युअल कर दिया गया। इसके बाद नाराज सफाई कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन भी किया। साथ ही रिन्युअल के नाम पर कमीशन लेने का आडियो और वीडियो वायरल हो गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'कमीशन दो रिन्युअल लो' की खबर को प्रकाशित किया। 5 मई को दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री से सफाई कर्मचारियों ने महिला अस्पताल के वरिष्ठ लिपिक और सीएमएस पर कमीशन लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने डीएम को जांच सौंप दी। सीएमओ ने वरिष्ठ लिपिक, सीएमएस और शिकायत करने वाले कर्मियों से बयान लेकर डीएम को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी। इसके बाद सीएमएस ने कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा था। स्पष्टीकरण का जवाब भी कर्मचारियों ने दिया और डीएम को डाक द्वारा शिकायत पत्र और आडियो क्लिप भेजा। इसी से नाराज होकर उन पर गाज गिरा दी गई।