- डिपो के अनुसार यात्रियों से वसूल रहे हैं मनचाहा किराया

- अधिकारी बन रहे अंजान, ठगे जा रहे हैं यात्री

LUCKNOW: यूपी रोडवेज बसों का किराया भले ही परिवहन निगम मुख्यालय तय करता हो, लेकिन बसों में किराया वह लिया जाता है जो सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक तय करते हैं। परिवहन निगम ने तो किराया कम कर रखा है, लेकिन सफर के दौरान यात्रियों से मनचाहा किराया वसूला जाता है। हैरानी इस बात से है कि परिवहन निगम के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी भी है, इसके बावजूद अधिकारी इससे अंजान बने हुए हैं। वे किसी तरह से इस मामले में एक्शन नहीं ले रहे हैं।

डिपो के अनुसार बदल रहा किराया

प्रदेश के सभी क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालयों को राजधानी में बने परिवहन मुख्यालय से दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। इसके लिए समय-समय पर अधिकारियों को सर्कुलर भी भेजे जाते हैं और वह इसका अनुपालन करते हैं। मगर परिवहन निगम के क्षेत्रीय कार्यालयों से संचालित होने वाली बसों में यात्रियों से एक ही दूरी के लिए अलग-अलग किराया लिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में तैनात सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को भी इस बात की जानकारी है। उसके बावजूद वे अपनी मनमर्जी से किराया वसूल रहे हैं।

किराया 295, 299 और 300 रुपये

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार गोरखपुर से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली विभिन्न डिपो की बसों में यात्रियों से अलग-अलग किराया वसूला जा रहा है। देवरिया डिपो की जो बसें गोरखपुर से आती हैं तो इनमें सफर करने वाले यात्रियों को 295 रुपए का टिकट लिया जाता है। वहीं हैदरगढ़ डिपो की जो बस गोरखपुर से लखनऊ आती है और उतना ही सफर तय करती है तो इसमें यात्रियों से 299 रुपए लिया जाता है। चारबाग डिपो की गोरखपुर से यात्रियों को लेकर आती है तो उससे 300 रुपए किराया वसूला जा रहा है।

जब यात्री ने किया बवाल

शुक्रवार को लखनऊ से गोरखपुर जा रही हैदरगढ़ डिपो की एक बस में परिचालक ने यात्री से किराया मांगा तो उसने बढ़ी हुई रकम सुनकर हंगामा शुरू कर दिया। गुरुवार को यह यात्री देवरिया डिपो की बस से गोरखपुर से लखनऊ आया था, इसके लिए उसे 295 रुपया चुकाना पड़े। शुक्रवार को यह यात्री जब वापस लखनऊ से गोरखपुर जाने के लिए हैदरगढ़ डिपो की बस पकड़ी तो परिचालक ने उसे 300 रुपए मांगे। बस यहीं से बवाल शुरू हुआ। यात्री ने परिचालक को एक दिन पहले देवरिया डिपो की गोरखपुर से लखनऊ आने वाला टिकट भी दिखाया जो कि 295 रुपए का था। काफी देर तक इस बात के लिए हंगामा होता रहा, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका।

एक ही दूरी के लिए परिवहन निगम की सामान्य बसों में किराया अलग-अलग नहीं हो सकता है। इस मामले की जांच करवाई जाएगी। जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। साथ ही सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को किराया सूची भी जारी की जाएगी।

- एचएस गाबा

मुख्य प्रधान प्रबंधक, संचालन

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम