- प्राइवेट फर्मे नहीं चला पा रहीं पावर सब स्टेशन

- अनट्रेंड कर्मचारी नहीं संभाल पा रहे डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम

- अब यूपीसीएल खुद संभालेगा सब स्टेशंस का चार्ज

देहरादून।

यूपीसीएल की ओर से ठेके पर दिए गए बिजली डिस्ट्रीब्यूशन की पोल खुलती नजर आ रही है। जिन कंपनियों को बिजली डिस्ट्रीब्यूशन का काम सौंपा गया है। उनके कर्मचारी न तो ट्रेंड हैं, न ही उन्हें पैनल हैंडल करना आता है। ऐसे में बिजली सब स्टेशंस से बिजली सप्लाई प्रभावित होती है, इसे लेकर लोग कई बार कम्प्लेन भी कर चुके हैं। अब विभाग डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम अपने पास ले रही है।

ठेके पर धूलकोट सबस्टेशन

बल्लीवाला चौक स्थिति यूपीसीएल बिल्डिंग के पास और धूलकोट स्थित सब स्टेशन ठेके पर संचालित किए जा रहे हैं। यूपीसीएल द्वारा इन्हें प्राइवेट फर्म को सौंपा गया है। लेकिन, फर्म द्वारा यहां तैनात किए गए कर्मचारियों को ट्रेनिंग नहीं दी गई है। कर्मचारयों को मशीनरी तक प्रॉपर तरीके से हैंडल करनी नहीं आती, इमरजेंसी में कैसे व्यवस्था संभालनी है, ये जानकारी भी उन्हें नहीं दी गई है। ऐसे में आपात स्थिति में कर्मचारी व्यवस्था नहीं संभाल पाते और पावर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम कोलेप्स हो जाता है। जिसका खामियाजा पब्लिक को पावर कट के रूप में भुगतना पड़ता है।

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सुद्धोवाला में आए दिन दिक्कत

सुद्धोवाला क्षेत्र को धूलकोट सब स्टेशन से कनेक्ट किया गया है और धूलकोट सब स्टेशन को प्राइवेट फर्म चला रही है। ऐसे में सुद्धोवाला इलाके में जब भी पावर सप्लाई बाधित होती है तो धूलकोट सब स्टेशन इसको संभाल नहीं पाता। अब इलाके को प्रेमनगर सबस्टेशन से जोड़ने की तैयारी की जा रही है ताकि पब्लिक को दिक्कत न हो।

फर्म का अपना ही तर्क

सब स्टेशन रन करने वाली प्राइवेट फर्म मेंटिनेंस का सामान न मिलने की बात करती हैं। उनके अनुसार जब भी कहीं लाइन डैमेज, पैनल खराबी सहित अन्य दिक्कत होती है तो यूपीसीएल की ओर से सामान ही उपलब्ध नहीं कराया जाता है। ऐसे में खुद इंतजाम करने में समय लग जाता है। जिसके चलते तुरंत बिजली सप्लाई सुचारू नहीं पाती।

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व्यवस्था अपने हाथ लेगा यूपीसीएल

ठेके पर चलने वाली व्यवस्था से उपभोक्ता नाखुश हैं। ऐसे में आए दिन यूपीसीएल अधिकारियों के पास शिकायतें पहुंचती हैं। अब यूपीसीएल ने तय किया है कि ठेके पर चल रही व्यवस्था को खुद संभाला जाए।

सौभाग्य का टारगेट पूरा

सौभाग्य योजना का लक्ष्य यूपीसीएल की ओर से भले ही बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया था, लेकिन इसे 30 नवंबर तक ही पूरा कर दिया गया है। 30 दिसंबर तक 2 लाख 37 हजार का लक्ष्य सभी 13 जिलों में पूरा कर लिया गया है।

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कौन से सब स्टेशन ठेके पर चल रहे हैं, इसकी रिपोर्ट ली जा रही है। सभी जगह सुविधाएं बेहतर किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

- एके सिंह, चीफ इंजीनियर, यूपीसीएल