छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : खसरा रूबेला अभियान को लेकर शुक्रवार को महत्वपूर्ण बैठक समाहरणालय सभागार में हुई। सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। महेश्वर प्रसाद ने कहा कि भारत के सार्वभौमिक प्रतिरक्षण कार्यक्रम में खसरा-रूबेला के टीके को शामिल किया गया है और जल्द ही इनका टीकाकरण आरंभ हो जाएगा। खसरा-रूबेला जैसी बीमारियों के संबंध में लोगों में जागरूकता का अभाव है। आगामी 26 जून से इसे कैंपेन मोड में शुरू किया जाएगा और बाद में नियमित रूप में यह टीकाकरण होगा।

सभी संबंधित विभाग बनाएं समन्वय

26 जून से पूर्व जिले के शिक्षा विभाग, जिला समाज कल्याण विभाग, जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, विभिन्न सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों एवं अन्य हितधारकों को समन्वय स्थापित करते हुए इस मुहिम को सफल बनाने के लिए परस्पर प्रयास करना होगा।

नौ माह से 15 साल के बच्चों को लगेगा टीका

नए विकसित किए गए टीके को नौ माह से 15 साल तक के बच्चों को दिया जा सकेगा। टीकाकरण द्वारा जन्मजात रूबेला सिंड्रोम जैसी संक्रामक बीमारियों को प्रभावशाली तरीके से रोका जा सकता है।

प्राइवेट अस्पतालों में भी लगेगा टीका

यह वैक्सीन सरकार द्वारा सरकारी अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों और मोबाइल वैन द्वारा मुफ्त में लगाया जाएगा। प्राइवेट अस्पतालों में जाकर भी टीका प्राप्त किया जा सकता है। सिविल सर्जन ने कहा कि एमआर वैक्सीन के इस अभियान में सभी विभाग समन्वय स्थापित करते हुए अपना संपूर्ण योगदान दें।

स्कूलों से शुरू होगा टीकाकरण अभियान

सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि अभियान के प्रथम दो सप्ताह में सभी स्कूलों में टीकाकरण किया जाएगा। तत्पश्चात आंगनबाड़ी केंद्रों में टीकाकरण की योजना है। सभी संबंधित विभाग टाइमलाइन बनाएं और उसके अनुरूप कार्य करें।